राष्ट्रीय सेवा योजना दो दिवसीय कार्यक्रम

भास्कर समाचार सेवा

रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय के तत्वावधान में आज राधाकृष्णन सभागार में- अपने अधिकार जानना विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला मंगलवार प्रारंभ हुई।
विधि विभाग की अध्यक्षा प्रो. कविता ढुल ने बतौर मुख्यातिथि कार्यशाला में शिरकत की। दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डा. वाघेश्वरी देसवाल ने बतौर मुख्य वक्ता कार्यशाला में भाग लिया। एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक प्रो. राजकुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यातिथि प्रो. कविता ढुल ने कहा कि संविधान ने सभी नागरिकों का समान अधिकार दिए हैं। जिनके बारे में जानना हर नागरिक का हक है। उन्होंने प्रमुख कानूनी अधिकारों से स्वयंसेवकों को अवगत करवाया तथा इस बारे समाज में जागरूका की अलख जगाने का आह्वान किया।
मुख्य वक्ता प्रो. वाघेश्वरी देसवाल ने स्वयंसेवकों को सामान्य जीवन में उपयोग आने वाले अधिकारों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों को जानना बहुत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने अधिकारों को जानने की महत्ता से स्वयंसेवकों को अवगत करवाया।
प्रो. राजकुमार ने जीवन में अधिकारों की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय जब अपने अधिकारों के बारे में जानेंगे, तभी भारत देश आगे बढ़ेगा। विधि विभाग की प्राध्यापिका डा. सोनू ने बच्चों से संबंधित अधिकारों बारे स्वयंसेवकों को जानकारी दी। कार्यशाला के प्रथम दिन आज स्लोगन राइटिंग प्रतियोगता का भी आयोजन किया गया, जिसमें स्वयंसेवकों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।