मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में 3 साल के बच्चे की मासूमियत का एक रोचक मामला सामने आया है। यह मासूम अपने पिता के साथ पुलिस चौकी पहुंचा और कहा कि अम्मी को जेल में डाल दो। वो मुझे मारती हैं। बच्चे की बात सुन चौकी प्रभारी को हंसी आ गई। मामला, बुरहानपुर के देड़तलाई गांव का है।
3 साल के मासूम के पिता ने बताया कि रविवार दोपहर इसकी अम्मी इसे नहलाने के बाद काजल लगा रही थीं। बेटा ना-नुकर कर रहा था तो अम्मी ने प्यार से एक चांटा मार दिया। इसके बाद उसने रोना शुरू कर दिया। किसी तरह मैंने उसे शांत कराया। उसने हमसे कहा कि पापा पुलिस के पास चलो, अम्मी को जेल में भेजना है। ये सुनते ही हम दोनों की हंसी छूट गई। लेकिन ये नहीं माना तो मैं उसे लेकर चौकी आ गया। बता दें, बच्चे के पिता कियोस्क सेंटर चलाते हैं। उनके 2 बच्चे हैं। बड़े बेटे ने ही अम्मी के खिलाफ शिकायत की है।
चॉकलेट भी चोरी कर लेतीं हैं अम्मी बच्चे के पिता ने आगे बताया- चौकी के गेट पर ही चौकी प्रभारी प्रियंका नायक मिल गईं। उन्हें देखते ही बेटे ने तुरंत जाकर उनका हाथ पकड़ लिया और कहने लगा कि अम्मी को जेल में डाल दो, उन्होंने मुझे मारा है। ये सुनते ही चौकी प्रभारी हंसने लगीं। उन्होंने बच्चे से पूछा, क्या हुआ है, बताओ। बच्चे ने कहा कि अम्मी ने मुझे चांटा मारा है, वह मुझे मारती हैं। मेरी सारी टॉफी भी चुरा लेती हैं। चॉकलेट भी चोरी कर लेती हैं। मेरे पैसे भी चोरी कर लेतीं हैं। आप अम्मी को जेल में डाल दो। बच्चे की मासूमियत भरी शिकायत सुन थाने का बाकी स्टॉफ भी हंसने लगा।
काफी मुश्किल से समझाकर घर भेजा
SI प्रियंका का कहना है कि मासूम की शिकायत सुनकर मैं और थाने का पूरा स्टाफ हंसने लगा। उसने जो बताया उसके अनुसार उसकी शिकायत लिख ली है। बच्चा काफी शरारती है। मैंने उससे शिकायत पर साइन करने के लिए कहा तो उसने कागज पर आड़ी-तिरछी लाइनें खींच दीं। मैंने उसे घर जाने के लिए कहा, लेकिन वह जाने को तैयार ही नहीं था। काफी मशक्कत से हमने उसे समझा-बुझाकर घर भेजा।
100% क्षमता के साथ स्कूल खुले: इंदौर का बच्चा मासूमियत से बोला- घर पर अम्मी काम कराती है, स्कूल में ही पढ़ाई अच्छी
प्रदेश भर में 100% क्षमता के साथ सभी प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल खुल गए। स्कूल पहुंचे बच्चे अपने दोस्तों के बीच खुश दिखे। ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई में उन्हें किस में ज्यादा मजा आता है, इस सवाल पर बच्चों के मासूम जवाब मिले। बच्चों का कहना है कि कभी लाइट चली जाती है तो कभी मम्मी काम में लगा देती है, इसीलिए ऑफलाइन पढ़ाई ही अच्छी है। पढ़ाई में आ रही दिक्कतों को भी वह सीधे टीचर के सामने हल कर सकेंगे।