मध्यप्रदेश में बड़ा हादसा: अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट, चार लोगों की मौके पर मौत

मध्यप्रदेश के मुरैना में गुरुवार को एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। घटना में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4 की हालत गंभीर है। घटना सुबह 9 बजे हुई। धमाका इतना जबरदस्त था कि पूरी बिल्डिंग ढह गई। बिल्डिंग के मलबे में कई लोग दब गए। अब तक 7 लोगों को बाहर निकाला गया है। इनमें 9 साल की एक बच्ची भी है।

पुलिस ने बताया कि बानमौर कस्बे की बिल्डिंग में यह धमाका हुआ। मलबे में कुछ लोग अभी भी दबे हुए हैं, जिन्हें बचाने की कोशिशें जारी हैं। मुरैना कलेक्टर बी कार्तिकेय ने बताया कि विस्फोट बारूद से हुआ है या गैस सिलेंडर फटने से यह स्पष्ट नहीं है। इसकी जांच की जा रही है। अभी तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मलबे में सर्चिंग की जा रही है।

जिस बिल्डिंग में विस्फोट हुआ है, उसके पीछे का घर भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मलबे को हटाने के लिए तीन जेसीबी मशीनें लगाई गई है। इस मकान में कई लोग किराए पर रहते हैं। प्रशासन की टीम इस बिल्डिंग में रहने वाले लोगों का ब्योरा जुटा रही है।

बाहर से लाया गया पटाखों का स्टॉक, पैकिंग के दौरान ब्लास्ट

जानकारी के मुताबिक, यहां बाहर से लाए गए पटाखों का स्टॉक रखा गया था। पटाखों की पैकिंग चल रही थी। कुछ लोग बारूद से पटाखे बना भी रहे थे। इसी दौरान विस्फोट हुआ। धमाके की आवाज सुनते ही स्थानीय लोग मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए पहुंचे। अब पुलिस और दमकल कर्मियों की टीम रेस्क्यू ऑपेरशन कर रही है।

हादसे में इन लोगों की हुई मौत

अन्नो खां (35) पिता जमील खां, निवासी गोहद, भिंड

जोया खां (8) पिता जमील खां, निवासी गोहद, भिंड

पप्पू उर्फ जितेंद्र गुर्जर (45) पिता महेंद्र, निवासी पहाड़ी गांव बानमोर

गोलू उर्फ विजय (7) पिता दिलीप प्रजापति, निवासी बानमौर

पूरे इलाके में अवैध रूप से होता है पटाखों का कारोबार

हादसे में मरने वाले पप्पू उर्फ जितेंद्र गुर्जर (45) के चाचा विद्या राम ने बताया कि इस मकान में पटाखे बनाए जाते हैं। पुलिस आती है तो ये लोग छत पर ले जाकर रुपए और पटाखे दे देते हैं। पता नहीं कैसे आग लगी और तेज विस्फोट हो गया। मेरा भतीजा पप्पू गुर्जर खेती का काम करता था। पुड़िया लेने के लिए इसी मकान में निर्मल जैन की दुकान में गया था, तभी धमाका हुआ और वो दब गया। दुकान चलाने वाला निर्मल जैन भी गंभीर रूप से घायल है, उसे ग्वालियर के अपोलो अस्पताल में रेफर किया गया है। पूरे इलाके में पटाखे बनाए जा रहे हैं। जमील खां अपने परिवार के साथ इसी मकान में रहता है और यहीं पर बाहर से सामान लाकर पटाखे बनाता है। पूर्व सरपंच भूरा सिंह के मकान को इसने किराए पर रहने के लिए लिया था। जमील खां पटाखे का अवैध करोबार करता है। हादसे में मरने वालों में जमील खां की पत्नी अन्नू खां और बेटी जोया खां शामिल है। हादसे में मरने वाले गोलू उर्फ विजय पिता दिलीप प्रजापति भी इसी दुकान में सामान खरीदने के लिए आया था।

हादसे में ये लोग हुए घायल

निर्मल जैन (40), निवासी जैतपुर रोड, बानमौर

शहीद खां (20) पिता जमील खां, निवासी गोहद, भिंड

अमीन खां (18) पिता जमील खां, निवासी गोहद, भिंड

नवीन खां (10), पिता जमील खां, निवासी गोहद, भिंड

विशाल बाल्मिकी, निवासी जैतपुर रोड बानमोर

राज वाल्मिकी, निवासी जैतपुर रोड, बानमोर

2015 में झाबुआ में ब्लास्ट हुआ था, 73 जानें गई थीं

झाबुआ जिले के पेटलावद में 12 सितंबर 2015 को ब्लास्ट हुआ था। इस हादसे में 73 लोगों की जान चली गई थी। सुबह 8.15 बजे राजेंद्र कांसवा के गोदाम में रखी जिलेटिन की छड़ों में विस्फोट हुआ था। हादसे में 70 से ज्यादा लाेग घायल हुए थे। विस्फोट इतना तेज था कि 11 किमी दूर तक धमाका सुनाई दिया था। ब्लास्ट में 3 मकान पूरी तरह तहस-नहस हो गए थे। इस हादसे में 17 गांवों के लोग चपेट में आए थे।

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