आज के दौर की बिजी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस और थकन आम बात है। दिनभर के काम के बाद हालत ऐसी हो जाती है कि जब लोग घर पहुंचते हैं तो वह कुछ भी करने लायक नहीं रहते। अगर आप भी सुबह से काम करते करते थक जाते हैं तो दोपहर में थोड़ी सी नींद या झपकी ले सकते हैं। दोपहर में करीब 20 मिनट की ली हुई झपकी सारी थकान दूर कर देती है और आप को तरोताजा महसूस करते हैं। पावर नैप वर्किंग पावर बढ़ाने का भी काम करती है और याददाश्त में बढ़ोतरी करती है। जनरल फिजिशियन डॉ. अनिल तोमर से जानते हैं अच्छी सेहत के लिए झपकी के फायदे।
डॉ. तोमर कहते हैं कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान लोगों ने वर्किंग आवर में औसतन 3 घंटे की बढ़ोतरी हुई है, इससे थकावट और तनाव बढ़ा है। ऐसे में दिन में ली गई 10 से 20 मिनट की झपकी कारगर साबित हो सकती है। इसे रिएक्शन टाइम और अल्टरनेंस बढ़ती है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुताबिक 30 मिनट से ज्यादा की झपकी नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि इससे ताजगी की जगह थकावट महसूस हो सकती हैं। झपकी का टाइम 10 से 20 मिनट होना चाहिए, इससे ज्यादा टाइम की झपकी नहीं लेनी चाहिए।
ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहे
जो लोग हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं उन्हें यह जानकर खुशी होगी कि झपकी लेने से ब्लड प्रेशर घटता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, पावर नैप यानी झपकी ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती हैं। इसलिए जो लोग ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए दवाइयां खाते हैं उन्हें दोपहर में एक बार झपकी जरूर लेनी चाहिए।
इम्यूनिटी पावर बढ़ाएं
झपकी लेने का एक फायदा यह भी है कि इससे बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ती है। शरीर रोगों से लड़ने में ज्यादा सक्षम हो जाता है। झपकी लेने से महिलाओं में इम्यूनिटी बढ़ती है। खासकर 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को फायदा होता है क्योंकि इस उम्र में मेनोपॉज की शुरुआत होने लगती है।
स्ट्रेस कम होता है
झपकी लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपके दिनभर के स्ट्रेस को दूर कर देता है। झपकी लेने से स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोन कंट्रोल होते हैं। इससे स्ट्रेस बढ़ाने वाला हार्मोन नोरपाइफ्रीन का स्राव नियंत्रित होता है।
अलर्टनेस बढ़ती है
हर कार्य में अलर्ट रहना जरूरी है। अगर गाड़ी चला रहे हैं और अलर्ट नहीं है तो एक्सीडेंट हो सकता है। झपकी लेने से शरीर की थकावट दूर हो जाती है जिससे अलर्टनेस बढ़ती है। अगर आपके शरीर में थकावट है और आप अलर्ट नहीं रह पा रहे हैं तो एक झपकी ले लें। झपकी आपके अलर्टनेस को वापस ले आती है।
दिल का रखे ख्याल
झपकी लेने से थकावट दूर और रिलैक्स महसूस करते हैं। इससे नसों को आराम मिलता है, जिससे दिल की कार्य क्षमता बढ़ती है। झपकी लेते समय न्यूरोटॉक्सिक का लेवल काफी कम हो जाता है जिससे नसों तथा मांसपेशियों को आराम मिलता है और वो रिलैक्स होती हैं।
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक दिन में झपकी लेने से इतनी एनर्जी मिलती है जितनी पूरी रात को सोने में मिलती है। पावर नैप के असर पर शोध करते हुए पाया गया कि झपकी लेने से व्यक्ति के मूड, वर्किंग पावर और तथा परफॉर्मेंस में तेजी से सुधार होता है। ब्रोक विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान तथा तंत्रिका विज्ञान के प्रोफेसर किम्बर्ली कोटे के मुताबिक, लंबे समय तक ली गई झपकी आपको गहरी नींद में डाल सकती है। इसलिए 10 से 20 मिनट तक की झपकी ही लेना चाहिए।
लोगों के सोने के पैटर्न के बारे में दिलचस्प जानकारी
52% लोग रात को 11:00 से 1:00 के बीच सोते हैं।
77% लोगों को ऑफिस में काम के वक्त नींद आती है।
31% लोग 7 घंटे से भी कम सोते हैं।
80% लोगों को इनसोम्निया है।
88% लोग रात को नींद के वक्त एक से दो बार उठते हैं।
आंख में से 40% लोगों को पीठ के दर्द की समस्या है।
जबकि लोगों को 7 से 8 घंटे सोना चाहिए
योग निद्रा- निद्रा जैसा आराम दें
विश्रामावस्था में आंख बंद कर पीठ के बल लेट जाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें। अपना ध्यान अपने दाहिने पंजे पर ले जाएं। कुछ सेकंड तक ध्यान बनाये रखें। पंजों को विश्रामावस्था में लाएं। इसके बाद ध्यान दाहिने घुटने, दाहिने जंघा पर ले जाएं। इसके बाद अपने पूरे दाहिने पैर के प्रति सचेत हो जाएं। यही प्रक्रिया बाएं पैर में दोहराएं। दाहिने करवट कुछ समय लेटे रहें। बाईं नाक से सांस बाहर छोड़ें, इससे शरीर में ठंडक का एहसास होगा। जब आराम महसूस करें तो धीरे-धीरे आंखें खोलें।
डिस्क्लेमर: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।