सुल्तानपुर। जिले के मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक पूरे रौ में दिखे। उन्होंने जिले में हो रहे निर्माणाधीन गोमती नदी पुल, निर्माणाधीन कमल सरोवर और वृहद गो-संरक्षण स्थल का ताबड़तोड़ निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों से जुड़े जिम्मेदारों की जमकर खबर ली। लापरवाह खण्ड विकास अधिकारी धनपतगंज से स्पष्टीकरण मांगा। गोवंशों की देखभाल और चारे में कोई कोताही न बरती जाए और कटावां-मुंशीगंज सम्पर्क मार्ग अमिलिया खुर्द में गोमती नदी पर निर्माणाधीन पुल निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए जून 2023 तक निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक धनपतगंज ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिसावां में निर्माणाधीन अमृत सरोवर का निरीक्षण करने पहुंचे। निर्माणाधीन अमृत सरोवर का उन्होंने हर कोण से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तालाब के निर्माण कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जताई और जिम्मेदारों को गुणवत्तापूर्ण ससमय सरोवर के निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया। सीडीओ ने कहा कि मजदूरों के लिए तालाब पर पानी व छाया आदि की व्यवस्था रहे।
कार्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर सीडीओ ने खण्ड विकास अधिकारी धनपतगंज से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने जिम्मेदारों को निर्देश देते हुए कहा कि तालाबों पर मनरेगा के तहत कार्य कराकर पौधारोपण व सुंदरीकरण कराया जाए, साथ ही मनरेगा में कार्य कर रहे मजदूरों को भी सम्मानित किया जाए। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अमृत सरोवर योजना केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इन सरोवरों को बहुउद्देशीय स्वरूप में बनाया जाना अति आवश्यक है। सीडीओ श्री कौशिक ने कहा कि मानव जीवन का आधार जल है, लेकिन धीरे-धीरे जल स्तर कम होता जा रहा हैं। जल स्तर को सामान्य बनाए रखने के लिए तालाबों का जीर्णोद्धार अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत कराए जाएं, जिससे जनपद के भूगर्भ जल का संरक्षण व संवर्धन हो सके।
अमृत सरोवर का निरीक्षण करने के बाद मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक सीधे इसी ब्लॉश्र पर्याप्त रहनी चाहिए। सीडीओ श्री कौशिक ने गोवंश संरक्षण के लिए विकसित कराई गई सुविधाओं का भी जायजा लिया। सीडीओ ने टीकाकरण की जानकारी ली तो उन्हें बताया गया कि गोशाला में मौजूद सभी पशुओं का लंपी वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर टीकाकरण पूर्ण कराया जा चुका है। नियमित रूप से पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। उन्होंने निरीक्षण के समय मौजूद सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को निर्देश देते हुए कहा कि गो-संरक्षण केंद्र का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने जिम्मेदार लोगों को निर्देश दिए कि पशुओं को हरा चारा और पशु आहार भी प्रदान किया जाए। पर्याप्त चारे की उपलब्धता में भी किसी स्तर पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।