बहराइच। मा. उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच उत्कर्ष चर्तुवेदी की अध्यक्षता तथा चर्तुथ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/नोडल अधिकारी, लोक अदालत बहराइच सुरजन सिंह के मार्गदर्शन से जनपद बहराइच में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया तथा इस लोक अदालत में जनपद के पुराने सभी रिकार्ड तोड़कर कुल 103217 वादों का निस्तारण किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में सेटेलमेन्ट की कुल धनराशि रू 8 करोड़ 42 लाख 27 हज़ार 584 रही।
राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय शेषमणी की अध्यक्षता में कुल 32 पारिवारिक विवाद का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त 59 सिविल वाद, 4431 फौजदारी के मुकदमें, बैंक रिकवरी के 791 मामले, राजस्व विवाद के कुल 97018 मामले, जिसमें नगर मजिस्ट्रेट द्वारा 46 मामले, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद द्वारा 1696, उपायुक्त राज्य कर, बहराइच के 581 मामले, बन्दोबस्त चकबन्दी अधिकारी द्वारा 46 मामले तथा अध्यक्ष, जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 5 मुकदमों का निस्तारण किया गया।
इससे पूर्व जनपद न्यायाधीश श्री चतुर्वेदी ने प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय शेषमणी, चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/विशेष न्यायाधीश (ई.सी.एक्ट)/नोडल अधिकारी, लोक अदालत सुरजन सिंह, प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम प्रकाश पाण्डेय, विशेष न्यायाधीश (एस.सी./एस.टी.एक्ट) राकेश कुमार, तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंद्र प्रकाश, विशेष न्यायाधीश (पाक्सो एक्ट) वरुण मोहित निगम, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट-प्रथम/विशेष न्यायाधीश (एन.डी.पी.एस.एक्ट) मनोज कुमार मिश्रा, सिविल जज (सी.डी.) (एफ.टी.सी.)/प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच अनुपम दीक्षित व ए.सी.जे.एम. (पूर्व सचिव) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कृष्ण कुमार व अन्य न्यायिक अधिकारियों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर व मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर न्यायालय परिसर में जगह-जगह हेल्पडेस्क बनाये गये, जिनके द्वारा वादकारियों को आवश्यक सहायता प्रदान की गई। जनपद न्यायाधीश व चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/नोडल अधिकारी, लोक अदालत एवं प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच अनुपम दीक्षित, द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत को अत्यधिक सफल बनाने हेतु समस्त न्यायिक अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस प्रशासन, अधिवक्तागण, बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों एवं वादकारियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।