भारत की पहली रीजनल रेल के यात्रियों के लिए अब मंजिल दूर नहीं, विजिटर कर रहे इसका अनुभव
भास्कर समाचार सेवा मेरठ। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निवासियों के लिए जो दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ मार्ग में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच नियमित यात्रा करते हैं, उनके लिए अब मंजिल दूर नहीं हैं। क्योंकि इन यात्रियों के लिए 5 स्टेशनों के साथ 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर जल्द ही परिचालन शुरू किया जाने वाला है।
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता अरूण कश्यप ने बताया, प्रगति मैदान में स्थापित एनसीआरटीसी प्रदर्शनी में इसे विशेष रूप से दशार्या गया है। यह इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर आगामी 27 नवंबर तक जनता के देखने के लिए उपलब्ध है। 15 नवंबर को इसका उद्घाटन हुआ था। इसके बाद से ही यह प्रदर्शनी उत्सुक आगंतुकों से भरा हुआ है। मेले के आगंतुक इस नए युग के नए ट्रांजिट मोड और इसकी विभिन्न तकनीकी प्रगति और आरआरटीएस ट्रेन के विभिन्न सुविधाओं को देखने के लिए आ रहे हैं। एनसीआरटीसी का प्रदर्शनी स्टॉल यात्री केन्द्रित विषय के आसपास डिजाइन किया गया है, जो देश की पहली आरआरटीएस परियोजना का मूल सिद्धांत है। एनसीआरटीसी प्रदर्शनी स्टाल पर नियमित अंतराल पर प्रश्नोत्तरी भी आयोजित कर रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। वे आरआरटीएस परियोजना से संबंधित सवालों के जवाब देने और उपहार जीतने के लिए उत्सुक हैं। उनमें से कुछ ने आरआरटीएस के बारे में अपने उत्साह को भी साझा किया और कहा, वे इस क्षेत्र में इसके परिचालन के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लोग आरआरटीएस के फर्स्ट राइडर बनने के मौके को लेकर भी उत्साहित हैं। आगंतुकों को केवल एक क्यूआर कोड स्कैन करना है, जो उन्हें फॉर्म भरने के लिए निर्देशित करता है। इनमें से एनसीआरटीसी 20 भाग्यशाली आगंतुकों का चयन करेगा, जिन्हें तब पहला राइडर बनने का सौभाग्य मिलेगा, जब मार्च 2023 में प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस का परिचालन आरंभ होगा।
मार्च-2023 में होगा प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस का परिचालन
प्रवक्ता ने बताया, एक्सिबिशन बूथ का वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जोन भी आकर्षण का एक बिंदु है, जिसके माध्यम से आगंतुक वास्तविक आरआरटीएस स्टेशन पर होने का अनुभव करते हैं। स्टॉल पर लगे इंटरैक्टिव टच स्क्रीन न केवल आरआरटीएस ट्रेनों की विभिन्न विशेषताओं को प्रदर्शित कर रहे हैं बल्कि, इस परियोजना का पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र पर पड़ने वाले सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को भी प्रदर्शित कर रहे हैं।
27 नवंबर तक प्रगति मैदान में चलेगा मेला
श्री कश्यप ने बताया, एनसीआरटीसी अगले महीने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर ट्रायल रन के लिए कमर कस रही है। एक्सिबिशन बूथ परिवहन के क्षेत्र में होने वाली इस क्रांति की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। 14 दिनों तक चलने वाले इस आईआईटीएफ के इस प्रतिष्ठित मेले आईआईटीएफ-2022 का आयोजन 14 से 27 नवंबर तक प्रगति मैदान में किया जा रहा है।