पीलीभीत: चीनी मिल के केन मैनेजर और गन्ना किसानों में बढ़ी रार

दैनिक भास्कर ब्यूरो

दियोरिया कलां-पीलीभीत। नौगमिया गन्ना क्रय केन्द्र पर बजाज चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र को हटाकर डालमिया चीनी मिल से सम्बद्ध करने को लेकर चौदह दिन से चल रहा धरना-प्रदर्शन अनिश्चितकालीन में तब्दील हो गया है। नौगमिया गन्ना क्रय केंद्र अ पर लगभग दस वर्षाे से गन्ना कृषक अपना गन्ना देते हुये चले आ रहे है, लेकिन बजाज चीनी मिल द्वारा गन्ना पेमेंट को एक साल बाद देने की परम्परा को लेकर इस बार कृषक नाराज है। कृषक ने बजाज चीनी मिल को गन्ना न देकर डालमिया चीनी मिल का क्रय केन्द्र लगवाने की प्रशासन से मांग कर रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन बजाज चीनी मिल के सामने बौना सिद्ध साबित हुआ है।

नौगमिया गन्ना क्रय केंद्र के कृषको ने 9 नवम्बर से गन्ना क्रय केंद्र पर जमकर हंगामा काटा और धरने पर बैठ गये। कृषको की उक्त समस्या को लेकर चौदह नवम्बर को गन्ना राज्य मन्त्री संजय सिंह गंगवार ने कृषको से वार्ता के बाद डीसीओ को नौगमिया आ गन्ना क्रय केंद्र को डालमिया चीनी मिल से सम्बद्ध करने के निर्देश दिए थे। लेकिन डीसीओ ने नौगमिया गन्ना क्रय केंद्र अ की बजाय व को डालमिया से सम्बद्ध कर दिया। इससे कृषक भड़क गये और 18 नवंबर को डीसीओ का पुतला फूककर नारे बाजी कर डाली।

उधर, बजाज चीनी मिल के केन मैनेजर चौधरी संजीव कुमार 22 नवम्बर को नौगमिया गन्ना क्रय केन्द्र अ पर पहुंचे और गन्ना तुलवाने को लेकर गन्ना कृषकों से लगभग दो घन्टे तक वार्ता की। लेकिन कोई हल नहीं निकला और वार्ता असफल रही। साधन सहकारी समिति के अध्यक्ष व गन्ना कृषक हरीओम गंगवार ने कहा है कि बजाज चीनी मिल से नौगमिया अ गन्ना क्रय केंद्र हटाकर डालमिया चीनी मिल से सम्बद्ध नहीं किया तो कृषक गन्ने को बजाज चीनी मिल को न देकर आग के हवाले कर देंगे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

हिमाचल में तबाही, लापता मजदूरों की तलाश जारी न हम डरे हैं और न यहां से जाएंगे एयर इंडिया विमान हादसे पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक क्या बेहतर – नौकरी या फिर बिजनेस पेट्स के साथ डेजी का डे आउट