शहजाद अंसारी
बिजनौर। जहां बेखौफ बदमाश हर रोज़ अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं वहीं एसी में बैठकर नगीना थाना चलाने वोले ट्रेनी आईपीएस सत्यजीत गुप्ता महमानो के साथ अपराधी के यहां से मंगवाकर मुर्गे तोड़ने में व्यस्त है। यह हम नही कह रहे ना ही कोई बदनाम करने के लिए आरोप आरोप लगा रहा है बल्कि आईपीएस का ही एक मातहत सटटेबाज से साहब और उनके मेहमानों की दावत के लिये देसी मुर्गों की डिमांड कर रहा है। सिपाही और सटटेबाज की बातचीत से साफ पता चलता है कि सूबे का निज़ाम भले ही बदला हो लेकिन पुलिस की सोच आज भी वही है क्षेत्र भले ही अपराधियों के चंगुल में हो लेकिन अपनी मौज में कमी नहीं आनी चाहिए। थाने के इस चर्चित सिपाही और सट्टेबाज़ के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने से एक बार फिर पुलिस छवि दागदार होने लगी है।
नगीना पुलिस का असली चेहरा एक ऑडियो वायरल होने से चर्चा में आ गया है जिससे जनता में पुलिस की हकीकत की उस समय पोल खुल गयी जब वायरल ऑडियो में नगीना थाने में तैनात एक बालिस्टर नाम का चर्चित पुलिसकर्मी बड़ी तत्परता से नगीना कोतवाल (आईपीएस) सत्यजीत गुप्ता व उनके मेहमानों की दावत के लिए नगीना के सट्टेबाज़ शमसाद से तत्काल चार देसी मुर्गों के जुगाड़ करने का दबाव बना रहा है। सिपाही को साहब की दावत की इतनी फ़िक़्र है कि सट्टेबाज़ को हर हालत में मुर्गों का जुगाड़ करने की बात कह रहा है।
इस वायरल ऑडियो से जनता में साहब और पुलिस की छवि कैसी हुई होगी सहज ही अंदाज़ लगाया जा सकता है। भले ही आईपीए साहब अपने कार्यकाल में क्षेत्र को अपराध मुक्त करने का दावा करते हो लेकिन सच तो यह है कि अपराधी बेलागाम है नगीना क्षेत्र इस समय बदमाशो के खौफ से थर्राया हुआ है पीडितो को इंसाफ नही मिल रहा है तथा पुलिस जमकर फरियादियों तक से पैसे लेने में गुरेज नही कर रही है।
इतना ही नही फरियादियों को एसपी से मिलना आसान है लेकिन एसी में बैठकर थाना चलाने वोले ट्रेनी आईपीएस सत्यजीत गुप्ता से मिलना काफी मुश्किल है। उधर आईपीएस सत्यजीत गुप्ता ने अपना पल्ला झाडते हुए पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाही की बात कही है। इस चर्चित सिपाही और सट्टेबाज़ के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने से एक बार फिर पुलिस की छवि दागदार होने लगी है।
ऑडियो हुआ वायरल