दैनिक भास्कर ब्यूरो
कसया,कुशीनगर । डीएम रमेश रंजन ने कहा है कि बौद्ध व जैन तीर्थस्थली पावानगर व कुशीनगर का पर्यटन विकास सर्वोच्च प्राथमिकता में है। सभी के सुझाव व विचार के अनुरूप कार्य योजना बनाई जायेगी। पर्यटन विकास के कार्य में तेजी लाई जायेगी। उक्त बातें बुधवार को कसाडा सभागार में बैठक में कही।
बैठक में डीएम श्री रंजन से बौद्ध भिक्षुओं व पर्यटन कारोबारियों ने प्रशासन के समक्ष कुशीनगर गेट पर लाइटिंग व स्व.बौद्ध भिक्षु चन्द्रमणि की प्रतिमा स्थापित करने, महापरिनिर्वाण मन्दिर पर रैम्प बनवाने व सीढ़िया नीची करने, मन्दिर के द्वार सुबह 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक खोलने, एयरपोर्ट पर कनेक्टिविटी बढ़ाने, रेल सेवा के ठप कार्य को शुरू करने का अनुरोध किया।
बौद्ध भिक्षुओं ने पर्यटन विकास के लिए बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा का कार्यक्रम कुशीनगर में कराने का भी सुझाव दिया। डीएम ने सभी सुझावों पर विचार कर कार्रवाई आगे बढ़ाने की बात कही। इसी क्रम में डीएम ने महापरिनिर्वाण मार्ग पर बन रहे यूपी पर्यटन के फूड प्लाजा के कार्य का भी निरीक्षण किया और कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। डीएम ने अन्य महत्व के स्थलों को भी देखा और स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में एडीएम (न्यायिक) उपमा पांडेय, एसडीएम कल्पना जायसवाल, तहसीलदार मान्धाता प्रताप सिंह, ईओ प्रेमशंकर गुप्त, लेखपाल ब्रजेश मणि त्रिपाठी,निलेश रंजन राव, बौद्ध भिक्षु भंते ज्ञानेश्वर, तिब्बती बौद्ध भिक्षु कुन्चुक, भिक्षु महेंद्र, बिरला धर्मशाला प्रबन्धक वीरेंद्र तिवारी, थाई वाट के प्रतिनिधि अम्बिकेश त्रिपाठी, टी के राय, विवेक गौंड आदि उपस्थित रहे।