सुल्तानपुर। गांव-गांव बिजली पहुंचाने का सरकारी दावा भले ही हो मगर जमीनी हकीकत कुछ और हैं। दूबेपुर ब्लाक के बांसी गांव में अब तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। बासी ग्राम सभा के पश्चिमी छोर पर स्थित जूनियर हाईस्कूल और प्राथमिक विद्यालय के आस पास से गुजरे बिजली के खंभें इस बात के गवाह हैं कि कभी इन बिजली के पोलों में बिजली के करंट दौड़ते थें। जिससे विद्यालय समेत कई घरों को बिजली मिलती थी।
सूत्रों के मुताबिक कुछ वर्षों पूर्व राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत विद्यालय के पास लगे ट्रांसफार्मर और बिजली के खंभों से विद्युत वायर और ट्रांसफार्मर चोरी हो जाने के बाद आज तक बिजली विभाग के अधिकारी नये तार और ट्रांसफार्मर नहीं लगा पाये। सरकार के कई बार सर्वे करवाकर चोरी हुये जगहों पर नए विद्युत वायर और ट्रांसफार्मर लगवाने की योजना सुलतानपुर में परवान नहीं चढ़ सकी। हर बार विद्युत विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों ने ऑल इज वेल दिखाना मुनासिब समझा।
विभागीय जानकारी के मुताबिक एक बार फिर सरकार ने सर्वे करवाकर चोरी हुये जगह पर नया ट्रांसफार्मर लगाने का आदेश दिया है। लेकिन फिर यह लगता है कि बिजली विभाग के अधिकारी पहले की तरह ऑल इज वेल दिखाना मुनासिब समझेंगे। यह गांव दूबेपुर ब्लॉक का है। भाजपा विधायक विनाद सिंह के क्षेत्र का आखिरी गांव है। जहां पर इनका अक्सर आवागमन रहता है। लोगों को उम्मीद है कि भाजपा विधायक इस प्रकरण को जरूर संज्ञान लेंगे और विद्युतीकरण कराकर बिजली की समस्या से क्षेत्रवासियों को निजात दिलाएंगे।