टेलीफोन पर काउंसिलिंग से बात नहीं बनी तो डाक्टर बुलाएंगे ‘मन कक्ष’ में
जरूरत पड़ने पर दवाई भी मिलेंगी निशुल्क
गाजियाबाद,। आजकल तनाव आम बात है। दरअसल हमने अपनी जरूरतें इतनी बढ़ा ली हैं और इसी जद्दोजहद में हम कब तनाव की जद में आ जाते हैं,पता ही नहीं चलता। इससे भी खतरनाक बात यह है कि हम समय रहते इसे पहचान भी नहीं पाते और यदि कोई साइकेट्रिस्ट से मिलने की सलाह दे तो हम उसे झुठलाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। बस इन्हीं सब बातों के चलते काउंसिलिंग और उपचार लेने में देरी हो जाती है। इसका नतीजा यह होता है कि जो परेशानी केवल काउंसिलिंग से ही दूर हो जानी थी, बाद में उसके लिए दवा खानी पड़ती है। इसलिए आपको यदि कोई मानसिक परेशानी लगती है तो सीधे हेल्पलाइन नंबर7839800692 पर कॉल करें। इस नंबर पर आपको निशुल्क सलाह मिलेगी और जरूरत होने पर उपचार भी निशुल्क होगा।
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के नोडल अधिकारी डा. नीरज अग्रवाल ने बताया कि गाजियाबाद के पुराना महिला अस्पताल स्थित एनसीडीसी में मेंटल हेल्थ की पूरी व्यवस्था सरकार की ओर से निशुल्क है। यहां साइकेट्रिस्ट और काउंसलरों का पूरा पैनल है जो मरीजों की काउसिलिंग करता है। इससे पहले मरीज को एनसीडीसी में चलने वाली ओपीडी में दिखाना होता है। ओपीडी सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को होती है। इन्हीं तीन दिनों यहां बने ‘मन कक्ष’ में काउंसिलिंग की जाती है। इसके बाद यदि किसी मरीज को दवा की जरूरत होती है तो वह भी निशुल्क दी जाती है।
यदि आपको तनाव सताए या फिर नकारात्मक विचार मन में आते हों तो एक बार एनसीडीसी के मेंटल हेल्थ डिपार्टमेंट के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। डा. नीरज अग्रवाल ने बताया कि मोबाइल नंबर- 7839800692 हेल्पलाइन नंबर है। इस नंबर पर कॉल करके आप अपनी परेशानी बता सकते हैं। आपकी परेशानी यदि शुरुआती चरण में है तो टेली काउंसिलिंग के जरिए ही आपका उपचार किया जाएगा। साइकेट्रिस्ट को यदि बुलाने की जरूरत लगेगी तो बुलाया जाएगा। ओपीडी में देखने के बाद आपकी ‘मन कक्ष’ में काउंसिलिंग की जाएगी और जरूरत हुई तो निशुल्क दवा भी दी जाएगी।