शिमला के रिज मैदान में शपथ समारोह आज, चहेती प्रतिभा सिंह को शपथ कार्यक्रम का न्यौता देने पहुंचे सुक्खू

हिमाचल के नए CM सुखविंदर सिंह सुक्खू आज दोपहर डेढ़ बजे शिमला के रिज मैदान में पद की शपथ लेंगे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर उनके साथ डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री को भी शपथ दिलाएंगे। रविवार सुबह सुक्खू खुद प्रतिभा सिंह को शपथ समारोह का न्यौता देने पहुंचे। सुक्खू ने कहा- पार्टी पहले है, मुख्यमंत्री बाद में। प्रतिभा सिंह मेरी आदर्श हैं। वहीं, प्रतिभा सिंह ने कहा- हिमाचल में एक स्थिर सरकार बनेगी। हम एकजुट होकर काम करेंगे।

प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दावेदार थीं। वे सुक्खू के नाम से नाराज भी बताई जा रही थीं। सुक्खू से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह का मंत्री बनाना ऑलमोस्ट तय है। सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और AICC महासचिव प्रियंका गांधी भी शिमला पहुंच रही हैं।

शपथ ग्रहण अपडेट्स

प्रतिभा सिंह ने किसी तरह के मनमुटाव की बातों को गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि वह शपथग्रहण समारोह में जरूर जाएंगी। हिमाचल के DGP संजय कुंडू ने रिज मैदान पर शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। रिज मैदान पर आने जाने वाले रास्ते को 11 बजे के बाद सील कर दिया जाएगा। रिज और माल रोड पर बैरिकेडिंग की जाएगी।

कांग्रेस के लिए बड़ा मौका
कांग्रेस लिए यह खास मौका है, क्योंकि 2018 के बाद देश के किसी भी राज्य में कांग्रेस को पहली बार पूर्ण बहुमत मिला है। इसलिए पार्टी शक्ति प्रदर्शन कर शिमला से पूरे देश को संदेश देना चाह रही है। हालांकि शक्ति प्रदर्शन के लिए पार्टी को बहुत कम टाइम मिला है, क्योंकि CM चेहरा होने के 19 से 20 घंटे के भीतर शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इसमें भीड़ जुटाने के लिए शिमला और सोलन के साथ लगते चुनाव क्षेत्रों के विधायकों को निर्देश दिए गए है।

विक्रमादित्य सिंह भी दिलाई जा सकती है शपथ
फिलहाल, CM और डिप्टी CM तय होने के बाद कैबिनेट को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सूत्रों की मानें तो आज केंद्रीय नेताओं की मौजूदगी में विक्रमादित्य सिंह को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। अन्य मंत्रियों को बाद में कार्यक्रम तय करके शपथ दिलाई जाएगी।

चौथी बार विधानसभा पहुंचे सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू चौथी बार और मुकेश अग्निहोत्री पांचवी बार विधानसभा पहुंचे हैं। इससे पहले सुक्खू कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष, NSUI के अध्यक्ष, शिमला में MC के दो बार पार्षद, युवा कांग्रेस प्रमुख और 2022 में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष चुने गए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह दूसरी बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं, जबकि मुकेश अग्निहोत्री पांचवी बार विधायक चुने गए हैं।

इन चुनाव में कांग्रेस ने 68 में से 40 सीटें जीतकर आई है और रिवाज बदलने का दावा करने वाली BJP 25 सीटों पर सिमट गई है। हाईकमान की मुहर लगने के बाद शनिवार शाम विधानसभा में संपन्न विधायक दल में सुखविंद्र सिंह सुक्खू को औपचारिकता तौर पर मुख्यमंत्री घोषित किया गया।

सांसद होने के चलते कमजोर पड़ी प्रतिभा की दावेदारी
प्रतिभा सिंह मंडी सीट से सांसद हैं। इसी वजह से उनकी दावेदारी कमजोर पड़ गई। हाल ही विधानसभा चुनाव में मंडी जिले की 10 में से कांग्रेस सिर्फ 1 ही सीट जीत सकी। ऐसे में कांग्रेस यहां उपचुनाव का रिस्क नहीं लेना चाहती। वहीं प्रतिभा को सीएम बनाने पर विधायक का चुनाव लड़ना होगा। ऐसे में कांग्रेस 2 उपचुनाव करवाने के मूड़ में नहीं है।

प्रियंका की अपील लाई रंग
प्रियंका गांधी ने चुनाव की घोषणा के बाद अपनी पहली चुनाव जनसभा हिमाचल के मंडी में की थी। यहां पर उन्होंने प्रदेशवादियों से पहाड़ों पर हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा कायम रखने की अपील करते हुए कहा था कि बार बार रिपीट होने से नेताओं के दिमाग खराब होते है। इसलिए पांच-पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा बहुत अच्छी है।

हिमाचल कांग्रेस में CM चेहरे के चुनाव पर अब तक क्या हुआ

8 दिसंबर को विधानसभा चुनाव नतीजे आए जिसमें 40 सीट जीतकर कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत हासिल किया।
9 दिसंबर को कांग्रेस हाईकमान ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला को ऑब्जर्वर बनाकर शिमला भेजा। इन तीनों को जिम्मेदारी दी गई कि वे विधायक दल की मीटिंग बुलाकर सीएम का नाम फाइनल करें।
9 दिसंबर को CM पद की सबसे तगड़ी दावेदार और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने ऑब्जर्वरों के होटल से लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तक जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की गाड़ी का घेराव किया।
मुख्यमंत्री पद के दूसरे सबसे बड़े दावेदार और चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू डेढ़ दर्जन से ज्यादा विधायकों के साथ गायब हो गए।
दोपहर 3 बजे शुरू होने वाली विधायक दल की मीटिंग देर शाम पौने आठ बजे शुरू हो पाई।
बैठक में किसी नाम पर सर्वसम्मति न बनने पर सिंगल लाइन प्रस्ताव पासकर मुख्यमंत्री का चेहरा फाइनल करने के सारे अधिकार कांग्रेस हाईकमान को दे दिए गए।
10 दिसंबर को फिर विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई। जिसमें मंथन के बाद सुक्खू के नाम का ऐलान कर दिया गया। प्रतिभा गुट के ही मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम मनोनीत किया गया।
इसके बाद विधायक दल नेता सुक्खू राज्यपाल से मिले और सरकार बनाने का दावा पेश किया। जिसके बाद 11 दिसंबर यानी आज रिज पर शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है।

हिमाचल CM सुक्खू की चौंकाऊ सियासी पारी:वीरभद्र ने पहली बार मंत्री नहीं बनाया, दूसरी बार जीत नहीं पाए, अब सीधे मुख्यमंत्री बने

हिमाचल के नए CM सुखविंदर सिंह सुक्खू की पहचान एक ऐसे नेता के रूप में है, जो हमेशा सत्ता के खिलाफ संघर्ष की वजह से चर्चा में रहा। सुक्खू प्रदेश में अपनी ही पार्टी, कांग्रेस की सरकार के खिलाफ भी सड़कों पर उतर चुके हैं। 6 बार हिमाचल के CM रहे वीरभद्र सिंह और सुक्खू के बीच हमेशा 36 का आंकड़ा रहा।

हिमाचल में 4 दशक में पहली बार होली लॉज कमजोर नजर आया। मुख्यमंत्री के चयन में होली लॉज की एक नहीं सुनी गई। प्रतिभा सिंह को CM तो दूर उनके बेटे को डिप्टी CM भी नहीं बनाया। होली लॉज क्यों इतना कमजोर हुआ। प्रतिभा क्यों और कैसे हारी,

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