फोटो केप्शन फ़ाइल फोटो जनरल वीके सिंह
-गाजियाबाद लोकसभा सीट
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गाजियाबाद/ देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने एक बार फिर जातीय समीकरण को नकारते हुए विकास व राष्ट्रवाद के नाम पर वोट देकर भाजपा प्रत्याशी जनरल वीके सिंह को विजई बनाया है । इस लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने भारतीय सेना के पूर्व जनरल व विदेश राज्य मंत्री विजय कुमार सिंह (वीके सिंह )को प्रत्याशी बनाया था जबकि सपा, बसपा, आरएलडी गठबंधन ने पूर्व विधायक सुरेश बंसल व कांग्रेस ने डॉली शर्मा को मैदान में उतारा था । पिछले लोकसभा चुनाव में वीके सिंह पांच लाख से भी अधिक मतों से जीतकर इतिहास बनाया था और उनकी को देखते हुए मोदी ने उन्हें अपनी सरकार में विदेश राज्य मंत्री बनाया था । वीके सिंह की यह लगातार दूसरी जीत है । हालांकि जीत का अंतर पिछली जीत से काफ़ी कम है, लेकिन वैश्य बाहुल्य इस लोकसभा क्षेत्र में सपा गठबंधन ने वैश्य जाति के प्रभावी नेता सुरेश बंसल को चुनाव मैदान में उतारकर उनके सामने कड़ी चुनौती दी थी ।
जातिगत समीकरणों से इतर भाजपा प्रत्याशी ने स्थानीय विकास व राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाया । भाजपा के कार्यकाल में मेट्रो रेल, एलिवेटेड रोड, सिविल टर्मिनल हवाई अड्डा और स्पीड मेट्रो जैसे विकास कार्य हुए । गाजियाबाद की जागरूक जनता ने जातिगत समीकरणों को ख़ारिज करते हुए विकास कार्यों व राष्ट्रवाद को तरजीह देते हुए जीत का सेहरा वीके सिंह के सर पर बांधा।
-प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की सभाओं ने बनाई हवा
शुरुवाती दौर में वीके सिंह गठबंधन प्रत्याशी सुरेश बंसल के सामने काफ़ी कमजोर नजर आ रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तीन ताबड़तोड़ जनसभाओं व पूर्व चुनाव रैली ने गाजियाबाद में किये गए विकास कार्यों की गिनती कराकर हवा का रुख जातिगत समीकरणों को काटकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मोड़ दी ।गोया यही वीके सिंह की जीत का टर्निंग पॉइंट था ।
वहीं वीके सिंह की जीत ने स्थानीय व बाहरी प्रत्याशी के मुद्दे को विराम लगा दिया । वीके सिंह मूलत: हरियाणा राज्य के भिवानी जिले के रहने वाले हैं ।
वहीं जीत से गदगद भाजपा प्रत्याशी वीके सिंह ने अपनी प्रचंड जीत का श्रेय प्रधानमंत्री मंत्री व क्षेत्र में हुए विकास कार्यों को दिया । उन्होंने कहा कि जनता जातिगत समीकरणों को नकार दिया है ।