भास्कर समाचार सेवा
गाजियाबाद। शुक्रवार को साहिबाबाद विधायक सुनील कुमार शर्मा एवं सभापति ने स्थानीय निकाय जांच सम्बंधी समिति उत्तर प्रदेश विधानसभा के जनसम्पर्क कार्यालय राजेन्द्र नगर पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उन्हे नमन किया।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए विधायक सुनील शर्मा ने कहा कि चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि मेरठ क्षेत्र रहा। यहां के मेरठ कालेज से उन्होंने एलएलबी के बाद में यहीं वकालत भी की। चौधरी साहब का जन्म 23 दिसंबर 1902 को यूपी के हापुड़ में हुआ था। चौधरी चरण सिंह ने हमेशा ही किसानों के हित के लिए संघर्ष किया और कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। उन्होंने जुलाई 1979 से जनवरी 1980 तक देश के प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यकाल के दौरान किसानों के उत्थान और विकास के लिए अनेक अहम नीतियां बनाईं। बाद में उनके यह प्रयास सफल भी हुए और किसानों के हालातों में काफी सुधार भी दिखा। उनकी कई योजनाओं को आज भी याद किया जाता है।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने इकोनामिक नाइट मेयर आफ इंडिया समेत कई महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखीं। चौधरी चरण सिंह विवि के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर डा. अतरवीर सिंह ने बताया कि चौधरी साहब का मानना था कि ऐसे उद्योग सृजित होने चाहिए, जिनमें श्रम की मांग ज्यादा हो, जिससे अधिक लोगों को रोजगार मिल सके।
जब भी उनके राजनैतिक जीवन का जिक्र होता है तो आपात काल के बाद के समय का होता है। लेकिन बहुत पहले ही किसानों की आवाज बन चुके थे. देश की आजादी के पहले ही वे जमीदारों के किसान मजूदरों के लिए आवाज उठाते रहे. वे किसानों की तकलीफें सुन कर बहुत भावुक हो जाते थे और कानून का उपयोग वे किसानों की भलाई के करते रहते थे।
इस मौके पर पार्षद सचिन डागर, हरबीर प्रधान, चंद्रभूषण, मेहर चंद, सलेक त्यागी, पवन रेड्डी, हरिश्चंद, योगेश चौधरी, सुरेश तिवारी, विपिन डागर, अशोक भाटी, आशीष बंसल, सोनू बंसल, अनुराग, प्रिंस ठाकुर, जय कुमार, पंचम चौधरी, अवनीश चौधरी, सुभम चौधरी, लोकेश चौधरी मौजूद रहें।