वाराणसी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी में मिली प्रचंड जीत पर पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ नागरिकों का भी आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यहां पर नामांकन तो एक नरेन्द्र मोदी का हुआ था लेकिन यह चुनाव काशी की हर गली का मोदी लड़ रहा था। पूरे चुनाव अभियान को कार्यकर्ताओं ने चलाया। काशी का कार्यकर्ता खुद नरेंद्र मोदी बन गया था।
लोकसभा चुनाव में पूरे देश में भाजपा नीत राजग की प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में धन्यवाद यात्रा (अघोषित रोड शो), काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद बड़ालालपुर स्थित पं. दीन दयाल हस्तकला संकुल में कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए उन्हें सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि काशी के लोगों ने इस चुनाव को एक पर्व माना। इस चुनाव की सभी कसौटियों पर आप डिस्टिंक्शन मार्क्स के साथ पास हुए हैं, इसलिए आप सभी अभिनंदन के पात्र हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे देश और दुनिया में शायद ही कोई उम्मीदवार रहा होगा जो इतना भाग्यशाली होगा कि नामांकन और मतगणना के बाद अपने क्षेत्र में आया हो। इस निश्चिंतता का कारण आपका परिश्रम और काशीवासियों का विश्वास था। नतीजे और मतदान दोनों समय मैं निश्चिंत था।
उन्होंने पूरे आत्म विश्वास के साथ कहा कि इसी का नतीजा रहा कि आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के बाद मैं बड़े मौज के साथ केदारनाथ में बाबा के चरणों में बैठ गया था। उन्होंने कहा कि काशी का मिजाज हर देश में देखा जा रहा है।
पीएम ने कहा कि काशी की बेटियों ने स्कूटी यात्रा निकाली थी जो पूरी दुनिया में चर्चा का कारण बनी। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों और गठबंधन के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव परिणाम तो एक गणित होता है। 20वीं सदी के चुनावों के हिसाब-किताब भी गणित और अंकगणित के दायरे में चले होंगे, लेकिन 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में देश के राजनीतिक विश्लेषकों को मानना होगा कि अर्थमैटिक के आगे भी केमिस्ट्री होती है। उन्होंने कहा कि देश में समाज शक्ति की, आदर्शों, संकल्पों की केमिस्ट्री कभी-कभी सारे गुणा-भाग को, अंक गणित को पराजित कर देती है। इस चुनाव में अंक गणित को केमिस्ट्री ने पराजित किया है।
प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत पर देश के सुदुरवर्ती क्षेत्र के उन कार्यकर्ताओं को नमन किया जिन्होंने अपने प्राणों की आहूति देकर भाजपा के विजय को परवान चढ़ाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल, केरल, त्रिपुरा और कश्मीर में हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हत्याएं हुईं। ऐसा लग रहा है कि इन जगहों पर एक तरह से हिंसा को मान्यता दे दी गई। पश्चिम बंगाल में हत्याओं का दौर अभी भी जारी है।
प्रधानमंत्री ने देश में राजनीतिक छुआछूत के मसले को भी दमदार तरीके से कार्यकर्ताओं के सामने रखा। उन्होंने कहा कि आज भी भाजपा को अछूत समझा जाता है। प्रधानमंत्री ने अपने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के अनुभव को सुनाकर कहा कि हमें गुजरात में पर्यटन के विकास के लिए फिल्मी सितारों का सहारा लेना पड़ा तो लोग उपहास उड़ाकर इसे चुनौती बताते थे लेकिन हमारे इरादे नेक थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें जब सत्ता मिलती है तो विपक्ष का अस्तित्व शुरू होता है। त्रिपुरा का जिक्र करके उन्होंने कहा कि वहां की कम्युनिष्ट सरकार ने विपक्ष खत्म कर दिया था लेकिन हमारी सरकार के आने के बाद अब यह बदला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर काम किया है। यदि हम यह नहीं करते तो वहीं रह जाते। हमने सबको साथ में लेकर चलने का काम किया। सवर्णों के लिए आरक्षण का प्रावधान इसी कोशिश का नतीजा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे दो शक्ति हैं नीति और रीति, जैसे दो शक्ति हैं नीति और रणनीति, जैसे दो शक्ति हैं पारदर्शिता और परिश्रम, जैसे दो शक्ति हैं वर्क एंड वर्कर वैसे ही दो संकट भी हमने झेले हैं और वो दो संकट हैं-राजनीतिक हिंसा और राजनीतिक अस्पृश्यता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पारदर्शिता और परिश्रम दो ऐसी चीजें हैं, जो हर अनुभूति को परास्त करने का साहस रखते हैं। आज हिंदुस्तान ने ये करके दिखाया है। पारदर्शिता और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। प्रधानमंत्री ने काशी और उत्तर प्रदेश का जिक्र कर कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की राजनीति को नई दिशा दे रहा है। उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है। प्रदेश ने स्वस्थ लोकतंत्र की नींव को मजबूत किया है।
#WATCH Varanasi: Prime Minister Narendra Modi offers prayers at the Kashi Vishwanath temple. pic.twitter.com/HbCMaJRqib
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 27, 2019
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग हो, रामायण सर्किट, बुद्ध सर्किट हो यह सब देश की महान विरासत है। उत्तर प्रदेश की सरकार ने इस साल कुंभ का सफल आयोजन करके नागा साधुओं के झुंड वाले परसेप्शन को बदला है। प्रधानमंत्री ने सभी विरोधी दलों का आह्वान कर कहा कि नये सिरे और नजरिये से आगे बढ़े। अयोध्या में दिवाली मनाने से किसने रोका था भाई…? । प्रधानमंत्री ने कहा कि राजनीतिक कैनवास पर भाजपा पूरी ईमानदारी से जीती है, लोकतंत्र को जीती है। हमारे समय में विपक्ष को कुचला नहीं जाता। विपक्ष को जानदार शानदार तरीके से काम करने का मौका दिया जाता है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी के बिरहा सम्राट पद्मश्री हीरालाल यादव को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इन्होंने जो विरासत छोड़ी है, उसे आगे बढ़ायेंगे।
प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों से आह्वान किया कि संसद का उपयोग चर्चा के लिए होना चाहिए लेकिन जब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं होता तो हंगामा करके वो संसद को रोकने की कोशिश करते हैं। विपक्ष के पास संख्या बल न होना उनकी जिम्मदारी हैं। प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को ईमानदारी और अनुशासन से काम करने का संदेश देकर कहा कि मै भी पार्टी का कार्यकर्ता हूं। जो आदेश मिलता हैं उसे निभाता हूं।
प्रधानमंत्री ने अपने सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र कर कहा कि सरकार का काम है कार्य करना । उसमें जब कार्यकर्ता जुड़ जाता है तो ‘कार्य और कार्यकर्ता जुड़ जाता हैं तो करिश्मा होता है।
उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन के बीच तालमेल बड़ी ताकत हैं। पारदर्शिता और परिश्रम से हर जीत मुमकिन हैं। सरकार ने काम किया लेकिन कार्यकर्ताओं ने जनता के विश्वास को मजबूत किया। प्रधानमंत्री ने भाजपा काशी संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना।
सभा को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह,प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डा. महेन्द्रनाथ पांडेय ने भी सम्बोधित किया। सभा में भाजपा वाराणसी जिला और महानगर के अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, प्रदीप अग्रहरि ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में पीएम को विशाल माला पहनाई। स्वागत उद्बोधन प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पांडेय ने किया। इसके पूर्व संकुल सभागार में प्रधानमंत्री का स्वागत कार्यकर्ताओं ने हर-हर महादेव के गगनभेदी उद्घोष से किया।