जलालाबाद/ शाहजहांपुर। तहसील मुख्यालय पर अधिवक्ता अर्पित गुप्ता भामाशाह ने बुधवार को दर्जनों अधिवक्ताओं के साथ पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी बरखा सिंह को सौंपा । रजौरी (जम्मू) में छ निर्दोष हिंदुओं को इस्लामिक कट्टरपंथ से प्रभावित आतंकवादियों ने टारगेट किलिंग के तहत मौत के घाट उतार दिया!अधिवक्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से निम्न वत मांग कीं!
इस्लामिक आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध घोषित करके जमात-ए-इस्लाम, तबलीग जमात,अहले हदीस, दावते इस्लाम जैसे आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही कट्टरता सिखाने वाले व आतंक को बढ़ावा देने वाले मस्जिद और मदरसों पर जांच उपरांत जम्मू प्रतिबंध लगे व कश्मीर में हिंदुओं की सुरक्षा के लिए विलेज डिफेंस कमेटी मजबूत की जाए हिंदू अपनी रक्षा खुद कर सकें इसलिए आतंकवाद प्रभावित राज्य जम्मू कश्मीर के हिंदुओं को गन के लाइसेंस इश्यू किए जाएं । पीड़ित परिवारों को जायज मुआवजा दिया जाए ।
पीड़ित परिवार के शेष बचे लोगों को नौकरी दी जाए । हिंदू अपने जानमाल की रक्षा कर सके इस हेतु उनको विशेष ट्रेनिंग दी जाए। सीमांत जिले होने के कारण राजौरी,पुंछ, जम्मू, उधमपुर, कठुआ को हिंदू विहीन करने की साजिश बहुत पुरानी चल रही है। ऐसे में वार्डर के युवाओं को विशेष ट्रेनिंग देकर उनको बतौर टेरिटोरियल आर्मी सेना अथवा पुलिस में विशेष पुलिस ऑफिसर लिया जाए ज्ञापन देने वालों में अमित कुमार एडवोकेट, अवधेश कुमार कुशवाहा एडवोकेट, कालीचरन गुप्ता एडवोकेट, अंकित शुक्ला एडवोकेट, कौशल यादव एडवोकेट, आदित्य दीक्षित एडवोकेट, अनुज प्रताप सिंह एडवोकेट, राकेश सिंह एडवोकेट, सुरेंद्र कुमार एडवोकेट, शिवराम कुशवंशी एडवोकेट, रजनीश पांडे एडवोकेट, अजय शंकर दीक्षित एडवोकेट, मोहित श्रीवास्तव एडवोकेट सहित समस्त अधिवक्ता उपस्थित रहे!