
भोगनीपुर नहर में पानी न होने से किसान सिंचाई के लिए चिंतित
भास्कर समाचार सेवा इटावा। जहां एक ओर केन्द्र व प्रदेश सरकार किसानों की फसलों की सिंचाई के लिए टेल तक पानी पहुंचने का दावा करती है लेकिन धरातल पर कुछ और है इस समय गर्मी का प्रकोप बढ गया है। तेज धूप निकलने से किसानों की खेतों में खडी गैंहू, चना, बेझर व हरी सब्जियों की फसलों को पानी न मिलने से किसानों को परेशानी हो रही है। भोगनीपुर नहर में पानी न छोडे जाने से किसान चिंतित है।
बकेवर लखना क्षेत्र में किसानों की फसलों की सिंचाई के लिए भोगनीपुर नहर व उससे निकले माइनर, रजवाह, बम्बा ही सहारा हैं। या फिर निजी व सरकारी नलकूप से काम हो जाता है। अब इस समय तेज धूप व गर्माहट होने के चलते खेतों में खड़ी गैंहू,चना,बेझर व हरी सब्जियों की फसलों को समय पर पानी नहर में उपलब्ध न होने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान अपनी फसल की सिंचाई के लिए नहर में पानी छोडे जाने बाट जोह रहे हैं। वहीं इस समय लखना,बेरीखेडा, मानपुरा,दुर्गापुर, जैतपुरा, नगला शिवसिंह,नबादा,बहादुरपुर,बिधीपुरा, मडौली, ईकरी,दाउदपुर,सब्दलपुर,करौंधी,नगला कले,महिपालपुर, नन्दपुरा,महासिंघपुरा धर्मशाला सहित तमाम नहर के किनारे के गाँव के किसान जरुरत पर पानी न छोडे जाने के कारण अपनी फसलों को लेकर काफी चिंतित हैं। क्योंकि उनको गैंहू,बेझर,चना व हरी सब्जियों की फसल की खेतों में इसी पानी से सिंचाई करनी है।
वहीं किसान रामस्वरूप कुशवाहा, चन्द्रशेखर कुशवाहा, सरनाम सिंह कुशवाहा एडवोकेट, महावीर सिंह यादव,अखिलेश भदौरिया, तेजबहादुर राठौर, जयसिंह राठौर ने जिलाधिकारी इटावा से भोगनीपुर निचली गंग नहर में पानी छुडबाये जाने की मांग की है। जिससे किसानों की साल भर की रोटी पर संकट न आ सके।















