अयोध्या। महाशिवरात्रि अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी नागेश्वरनाथ मंदिर पर न केवल नगर से बल्कि आसपास जनपदों सहित विभिन्न राज्यों से भी लाखों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा, प्रातः 3 बजे से ही नागेश्वरनाथ मंदिर स्थित शिवलिंग पर श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक शुरू किया गया जो दिनभर अनवरत चलता रहा,महाशिवरात्रि पर्व पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम देखने को मिले, सम्पूर्ण अयोध्या में शिवरात्रि पर मेले जैसा माहौल दिखाई पड़ा।
महाशिवरात्रि पर नागेश्वरनाथ मंदिर पर जलाभिषेक की पौराणिक मान्यता है कि मंदिर स्थित शिवलिंग पर जलाभिषेक से जीवन के कष्ट दूर होते है और भविष्य सुगम बन जाता है।
बताते चलें नागेश्वरनाथ मंदिर का निर्माण प्रभु राम के पुत्रों लव व कुश द्वारा कराया गया था।
महाशिवरात्रि पर कई पौराणिक मान्यताएं हैं,जैसे,
1-महाशिवरात्रि के ही दिन भगवान शिव व देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था
2- देवताओं व राक्षसों द्वारा समुद्र मंथन में निकले विष का पान भगवान शिव द्वारा कर सृष्टि का संरक्षण किया गया था
3- गंगा नदी के उफान के बाद पृथ्वी की तरफ बहाव रोकने के उद्देश्य से भगवान शिव द्वारा नदी को पृथ्वी की रक्षा हेतु अपनी जटाओं में समाहित किया गया था।
4- अविवाहित कन्याओं को सुंदर वर की प्राप्ति व विवाहित स्त्रियों का जीवन सुगम बन जाता है
आदि सहित कई मान्यताओं के तहत भगवान शिव को सृष्टि के संहारक के साथ सृजक के रूप में भी मान्यता दी गई है और इसी के चलते महाशिवरात्रि का पर मनाया जाता है।