भास्कर समाचार सेवा
टूंडला। एफ.एच हॉस्पिटल में बाल रोग विभाग के चिकित्सकों द्वारा 11 वर्षीय किशोरी का सफल उपचार कर उसे नया जीवन प्रदान किया गया। किशोरी ट्यूबरकुलोसिस मेनिनजाइटिस के साथ ऑस्मोटिक डिमिलिनेशन क्वाड्रिपैरिसिस से पीड़ित थी। टूंडला ब्लॉक अंतर्गत गांव डियो खेड़ा निवासी मनोज कुमार की 11 वर्षीय पुत्री अनन्या को दौरे आ रहे थे। परिजन उसे उपचार के लिए आगरा निजी चिकित्सक के यहा ले गए लेकिन कोई फायदा नही मिला। अनन्या को एफ.एच हॉस्पिटल लाया गया। जहा उसे बाल रोग विभाग की एचओडी डॉक्टर सोनिया भट्ट, डॉक्टर शहराज फिरोज, डॉक्टर पायल मित्तल व डॉक्टर अक्षया की निगरानी में उपचार शुरू हुआ। डॉक्टर शहराज फिरोज ने बताया अनन्या को लगातार दौरे आ रहे थे। परिजनों से मालूम हुआ कि बच्ची के छोटे भाई को टीबी हुई थी। जांच कराई गई तो अनन्या भी इस बीमारी से ग्रसित पाई गई। उपचार के दौरान बच्ची बेहोश हो गई। उसे वेंटीलेटर पर ले जाया गया। उसके दिमाग की एमआरआई कराई गई। रिपोर्ट में दिमाग में टीबी की गांठ पाई गई। वही एक अन्य जांच में लीवर में सूजन भी आई। दोनो परिस्थितियों में बच्ची का उपचार बहुत ही सावधानी पूर्वक शुरू किया गया। उपचार के दौरान बच्ची के हाथ पैर भी काम नही कर रहे थे। 10 दिन वेंटीलेटर पर रखने के बाद जब दोबारा एमआरआई कराई गई तो दिमाग में सूजन पाई गई। उन्होंने बताया यह बड़ी गंभीर बीमारी होती है जिसमे 40 प्रतिशत मरीज ही सफल उपचार के माध्यम से बच पाते हैं। चिकित्सकों द्वारा कढ़ी मेहनत से करीब एक माह के सफल उपचार के बाद अनन्या स्वस्थ्य होकर अपने परिजनों के साथ घर पहुंच गई। बच्ची के परिजनों ने एफ.एच हॉस्पिटल द्वारा बहुत ही कम खर्चे कर अनन्या का उपचार करने कर चिकित्सको का आभार प्रकट किया।