दैनिक भास्कर ब्यूरो
बकेवर/फतेहपुर । बकेवर से देवमई तक की सड़क का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है जो शिलान्यास के बाद कार्य शुरू करने के लम्बे समयांतराल बाद भी अधूरा पड़ा हुआ है। ठेकेदार ने केवल गिट्टी डालकर ही निर्माण कार्य बंद कर दिया है। जिससे राहगीरों को आवागमन के दौरान भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। मालूम हो कि बकेवर थाने के पास से देवमई मुख्यालय तक जाने वाली जर्जर सड़क के पुनर्निर्माण चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए सरकार ने विभाग को लगभग ग्यारह करोड़ सत्ताईस लाख अट्टठावन हजार रुपये का बजट अवमुक्त किया था। जिसका शिलान्यास भी जहानाबाद विधायक राजेन्द्र पटेल ने बीती 12 दिसम्बर को कर दिया था। शिलान्यास के तुरन्त बाद सम्बन्धित ठेकेदार ने सड़क की खुदाई करवा उसमें गिट्टी बिछवा दिया था लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी आज तक सड़क का 50 प्रतिशत कार्य भी पूरा नहीं हो पाया।
मार्ग में अभी तक केवल गिट्टी बिछाने का कार्य ही किया गया है। आगे का निर्माण कार्य विभागीय जिम्मेदारों व ठेकेदार के उदासीन रवैय्ये के कारण अधर में लटका हुआ है। जिससे राहगीरों को उपरोक्त सड़क में आवागमन के दौरान भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। सड़क में बिछी गिट्टी में फिसलकर आये दिन किसी न किसी पैदल, साइकिल अथवा बाइक सवार का चोटहिल होना बिल्कुल आम बात हो गई है। राहगीर नरेंद्र गुप्ता, विकास पटेल, रीना, जुवैदा आदि ने दैनिक भास्कर के संवाददाता से अपना दर्द साझा करते हुए कहा कि सड़क की जर्जर स्थिति व गिट्टी बिछी होने के कारण सड़क में पैदल आवागन करना भी जोखिम भरा है। बाइक अथवा साइकिल से आवागमन करना तो रामभरोसे है। सड़क में एम्बुलेंस को सफर तय करने में घण्टो लग जाते हैं। जिससे कभी कभी तो गम्भीर बीमारी की दशा में मरीज अस्पताल पहुंचने के पहले ही दम तोड़ देता है।
इन सबके बावजूद भी जिम्मेदारों ने सड़क के अधूरे पड़े निर्माण कार्य को पूरा कराया जाना मुनाशिब नहीं समझा जबकि ग्रामीणों की माने तो उन लोगो ने केवल विभागीय ही नहीं बल्कि तहसील व जिला स्तरीय उच्चाधिकारियों से भी लिखित व मौखिक रूप से सड़क के अधूरे पड़े निर्माण कार्य को पूरा करवाए जाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने लोगो की समस्याओं को गम्भीरता से लेकर समस्या निस्तारण का प्रभावी हल ढूंढ सड़क के निर्माण कार्य को पूरा कराये जाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। नतीजतन यथास्थिति आज भी बरकरार है। इस सम्बंध में पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई सुरेंद्र सिंह ने बजट न होने की वजह से काम मे रुकावट आना करार देते हुए बजट आ जाने के बाद जल्द ही निर्माण कार्य को पूरा करवाए जाने की बात कही।
राहगीरों ने बयां किया अपना दर्द
राहगीर नरेंद्र गुप्ता, डॉक्टर विकास पटेल, रीना, जुवेदा आदि का कहना है कि मार्ग में गड्डों का अंबार होने के कारण एम्बुलेंस को निकलने भी भी घंटो का समय लग रहा है। चार पहिया वाहन फंस रहे हैं। दोपहिया वाहनों को मजबूरन सड़क से नीचे उतर कर निकलना पड़ रहा है। कमर तोड़ सड़क से राहगीर परेशान हो रहे हैं।