
सीतापुर। जिले के खाद विक्रेताओं में चीनी मिलों के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है। गुरुवार को जिले के खाद के फुटकर विक्रेताओं में बगावत की चिंगारी सुलगती नजर आई। जिले के खुदरा कृषि व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले दर्जनों की संख्या में खाद बेचने वाले विकास भवन पहुंचे। जहां उनका आरोप था कि चीनी मिलें द्वारा बेची जाने वाली खाद किसानों के घर-घर जाकर बेची जा रही है जो कि नियमानुसार गलत है। इतना ही नहीं उनका यह भी आरोप था कि चीनी मिलों के द्वारा जो खाद बेची जा रही है वह मानक के अनुसार नहीं है।
सीडीओ तथा जिला कृषि अधिकारी से मिले खाद विक्रेता
इसको लेकर खाद विक्रेता गुरुवार को विकास भवन पहुंचे और मुख्य विकास अधिकारी अक्षत वर्मा तथा जिला कृषि अधिकारी मनजीत सिंह से मिले तथा अपनी बात रखी। उनका कहना था कि चीनी मिलों के द्वारा गांवों में जाकर किसानों से खाद लेने तथा उन्हें बेचने का कार्य किया जा रहा है कि जो सरासर गलत है। चीनी मिलों द्वारा अगर घर-घर जाकर गांव गांव जाकर खाद बेची जाएगी तो फिर दुकानों पर खाद लेने के लिए किसान कहां से आएंगे। ऐसे चला तो जो किसान दुकानों से खाद खरीदते हैं वह आना बंद कर देंगे
चीनी मिलों द्वारा गांव गांव जाकर बेची जा रही खाद का किया विरोध
और इसका पूरा असर खाद की दुकानों पर की बिक्री पर पड़ेगा, जिससे खाद दुकानदार उक्त व्यापार को बंद करने के लिए मजबूर होंगे। इसको लेकर उन्होंने एक ज्ञापन सौंपा और चीनी मिलों के द्वारा जो घर-घर गांव गांव जाकर खाद बिक्री की जा रही है उस पर रोक लगाने की मांग की। खाद विक्रेताओं की बात को सुनकर मुख्य विकास अधिकारी तथा जिला कृषि अधिकारी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।