बहराइच : गांव की राजनीति में फस गया विद्यालय का अनुशासन

बहराइच l जनपद बहराइच के बौंडी थाना क्षेत्र के संविलियन विद्यालय खुद ही का अनुशासन गांव की राजनीति में फंसकर रह गया है । 11 मार्च को पांचवी कक्षा में पठन-पाठन के दौरान किसी गलती पर अध्यापक द्वारा 2 छात्रों को एक दो थप्पड़ मारना महंगा पड़ गया। चंद लोगों के उकसावे पर वे छात्र व उनके अभिभावकों द्वारा 1076 पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा दी गई व मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर बच्चों को अध्यापक द्वारा जमकर पिटाई करने का आरोप लगाया गया । वहीं संभ्रांत ग्रामीण इस मामले को विद्यालय में शिक्षा के बेहतर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास बता रहे हैं।

अनुशासन का पाठ पढ़ाना शिक्षक को महंगा पड़ा ।

पठन-पाठन के दौरान विद्यालय में अध्यापकों द्वारा छात्रों को डांटने मारने और पुचकारने का सिलसिला सदियों से चला आ रहा है। लेकिन संविलियन विद्यालय कोदही में सप्ताह से चला रहे शिक्षक द्वारा बच्चों की पिटाई करने के प्रकरण में दैनिक भास्कर ने पड़ताल की तो स्थानीय व प्रत्यक्षदर्शी सूत्रों के अनुसार विद्यालय के सहायक अध्यापक रवींद्र मिश्रा द्वारा 11 मार्च को छात्रा नाजरीन को उसकी गलती पर एक दो छड़ी मारा गया था जिस पर कक्षा में ही छात्र शिवा व छात्रा संध्या ने कहा कि मुझे मारते तो 1076 और 1098 पर इनकी शिकायत करके सर जी की नौकरी ले लेते। यह बात अध्यापक ने सुनी तो दोनों छात्रों को बुलाकर 1-2 थप्पड़ मारे और अनुशासन में रहने की हिदायत देते हुए अपने माता पिता को दूसरे दिन विद्यालय साथ लाने को कहा । दोनों बच्चे इस बात से सहम गए और स्कूल नहीं आए।

कुछ ग्रामीणों के उकसावे पर गुटबंदी का शिकार हुए 2 छात्रों व उनके अभिभावकों ने शिक्षक पर लगाया पिटाई का आरोप

विद्यालय व गांव की राजनीतिक गुटबंदी का शिकार इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि जहां एक तरफ चंद लोगों के उकसावे पर छात्र व उनके अभिभावक दीपा देवी व दीनदयाल ने मुख्यमंत्री को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा कर व जिलाधकारी को शिकायती पत्र देकर शिक्षक पर गांव में पार्टीबंदी, राजनीति व दुर्व्यवहार करने व अध्यनरत बच्चों को मारने-पीटने का आरोप लगाया तो वहीं 8 वर्षों से विद्यालय में कार्यरत शिक्षक रविंद्र मिश्रा को भी बौंडी थाने पर प्रार्थना पत्र देकर अभिभावकों पर अभद्रता व धमकी देने का आरोप लगाते हुए अपने सुरक्षा की गुहार लगानी पड़ी।

मामले की पड़ताल में विद्यालय के कक्षा 5 में अध्ययनरत प्रत्यक्षदर्शी छात्राएं साधना कश्यप चंद्रकांति कश्यप व चांदनी कश्यप ने बताया कि मिश्रा सर ने नाजरीन और शिवा को एक दो थप्पड़ मारा था इससे ज्यादा नहीं मारा था। और कक्षा के अन्य सभी छात्रों ने भी दैनिक भास्कर के कैमरे पर बेबाकी से कहा किस सर जी बहुत अच्छा पढ़ाते हैं जब कोई गलती करता है तभी मारते हैं ।

गांव के ग्रामीणों ने मामले पर रखी अपनी बेबाक राय

1 – विद्यालय में अनुशासन बनाए रखने के लिए अध्यापक बच्चों को डांटता भी है और आवश्यकता पड़ने पर गुरु शिष्य को दंड भी दे सकता है यदि अध्यापक ने बच्चे को उसकी गलती पर एक तो थप्पड़ मार भी दिए तो इसे गांव की राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए था मामले को जितना तूल पकड़ा गया है इतना कुछ नहीं था। … जितेंद्र कुमार तिवारी , निवासी कोदही।

2 – हमारे गांव के विद्यालय मे शिक्षक और छात्रों के बीच चल रहे प्रकरण में कुछ चंद लोगों के उकसाने पर संबंधित अभिभावकों ने मामले को तूल पकड़ा दिया है। बाहर से आए हुए अध्यापक से किसी बच्चे की जाति दुश्मनी नहीं है। मेरे परिवार के बच्चे भी वहां पढ़ते हैं। बच्चों में शिक्षा और संस्कार डालने के लिए शिक्षक को थोड़ा बहुत दंडित करने का अधिकार भी होता है। …अजय दीक्षित निवासी कोदही।

3 – कोदही विद्यालय में चल रहा प्रकरण पूंर्णतया विद्यालय की गुटबंदी व गांव की राजनीति से प्रेरित है। कोई भी शिक्षक जब बच्चों को पढ़ाएं गा तो उनकी गलती पर 1-2 छड़ी मार दे वह इतनी बड़ी बात नहीं होती है जितना इस मामले को बढ़ाया गया है। इससे विद्यालय में अनुशासन का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। .. अवधेश पाठक निवासी कोदही गांव ।

4 – जब से हमारे यहां विद्यालय में अध्यापक रवींद्र मिश्रा आए हैं मेरी जानकारी में तब से पढ़ाई का माहौल बेहतर हुआ है इस मामले को इतना क्यों बढ़ाया गया इसकी जानकारी मुझे नहीं है लेकिन यह जरूर कहना है कि अध्यापक की किसी छात्र से निजी रंजिश नहीं होती है।… सतीश कुमार निवासी कोदही ।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें