
दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को विश्व क्षयरोग दिवस मनाया गया। क्षय रोग और सामुदायिक चिकित्सा विभाग के निर्देशन में हुए कार्यक्रम में 12 मरीजों को पोषण किट वितरित की गई। डॉ. राजीव टंडन और डा.धर्मेंद्र गुप्ता ने टीबी रोग की जानकारी देते हुए बताया कि यह संक्रामक बीमारी है। लेकिन समय रहते इलाज हो तो टीबी को ठीक किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हर दिन 4100 से अधिक लोग टीबी से जान गंवाते हैं।
28 हजार मरीज बीमारी से ग्रसित होते हैं। एक दशक में पहली बार 2020 में टीबी से होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है। दुनिया में कुल टीबी के मामलों में 26 फीसद मरीज भारत में हैं। डब्ल्यूएचओ की ओर से प्रति वर्ष इसके लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। साल 2023 की थीम है- हां, हम टीबी का अंत कर सकते हैं।
वहीं यस, वी कैन एंड टीबी। इसके जरिए टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। डिप्टी एमएस डा.सीएम चतुर्वेदी, डा.मो.आरिफ जिया, डा.मयंक सक्सेना, सुमिता रावत, अमन माथुर, नाजिया हसन, मिर्जा फरहान, अहमद आदि उपस्थित थे।