कानपुर | घाटमपुर नगर पालिका अध्यक्ष की सीट पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित की गई है। देर रात लखनऊ में नगर विकास मंत्री ए. के. शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अध्यक्ष पद के आरक्षण की सूची जारी की है। जिसके बाद से हर तरफ चुनावी सरगर्मी शुरू हो गई है। घाटमपुर में अब तक 6 बार हुए अध्यक्ष के चुनाव, निर्दलीय रहे भारी घाटमपुर नगर पालिका के गठन के बाद से अध्यक्ष पद की सीट पहली बार पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हुई है। इससे पहले यहां पर 6 बार चुनाव हो चुके हैं। जिसमें तीन बार सामान्य और तीन बार पिछड़ा वर्ग के लिए सीट आरक्षित रही है। घाटमपुर नगर पालिका वर्ष 1995, 2000 और 2012 में पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुई थी, वर्ष 1972 में घाटमपुर व सिहारी ग्राम पंचायतों को मिलाकर टाउन एरिया का गठन हुआ था।
पहली बार पिछड़ा महिला के लिए आरक्षित पा. अध्यक्ष सीट,1989 में हुए थे पहली बार चुनाव।
1981 में इसे नगर पालिका घोषित कर दिया गया था। 1989 में यहां पहली बार चुनाव हुए थे, जिसमे राम स्वरूप गुप्ता (लल्लू बाबू) नगर पालिका अध्यक्ष चुने गए थे। हालांकि तब तक एकल पदों में आरक्षण का प्रावधान नहीं था। 1995 और 2000 में अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित इस सीट पर स्व. सूर्यपाल यादव व राजेश चौरसिया चुनाव जीते थे, वर्ष 2006 में महिला के लिए सीट आरक्षित हुई थी, जिसमे नीलम चौरसिया नगर पालिका अध्यक्ष बनीं थी। 2012 में पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित अध्यक्ष की कुर्सी पर संजय सचान चुनाव जीते थे। वर्ष 2017 में कुर्सी अनारक्षित घोषित हुई तो दोबारा संजय सचान ने चुनाव में अपनी जीत हासिल की थी। देर रात घोषित हुई आरक्षण सूची में पहली बार घाटमपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद को पिछड़ा वर्ग महिला के लिए सुरक्षित किया गया है।