
कानपुर। अनवरगंज के बास मंडी में गुरूवार की देर रात लगी आग 48 घंटे बाद भी नहीं बुझ सकी। शनिवार को अग्निशमन अधिकारियों के आग पर काबू पाने के दावों पर आग की तापिश भारी पड़ी। पांच कॉम्पलेक्स को अपनी चपेट में लेने के बाद पीछे की तरफ एक मकान और दो शोरूम सहित आग एसबीआई बैंक तक पहुंच गयी। पूरी रात पुलिस प्रशासन, डीएम समेत कई अधिकारी फायर अफसरों के साथ आग बुझाने में जुटे रहे। देर रात ही एनडीआरएफ, एसीडीआरएफ की टीम भी पहुंच गयी। एक दो दिन में आग की भेंट चढ़ी पांचों इमारतों को ढहाया जा सकता है। गुरूवार/शुक्रवार की रात करीब पौने दो बजे बांस मंडी के मसूद, हमराज, एआर टॉवर समेत अर्जन कॉम्पलेक्स भीषण आग से धहक उठा था।
U-बांसमंडी में गुरूवार को लगी भीषण आग पर काबू पाने में अफसरों के छूट रहे पसीने
24 घंटे तक आसपास के जनपदों समेत लखनऊ से भेजी गयी हाईडोलिक वॉटर क्रेन से आग पर काबू पाने का प्रयास चलता रहा पर देर रात आग फिर से भड़क उठी। जिससे अफसरों के हाथ पांव फूल गये। शनिवार को पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड, डीएम विशाख जी अय्यर समेत सभी डीसीपी और शहर भर के थाना का फोर्स मौके परडटा रहा। फायर ब्रिगेड के अफसरों की टीम भी आग बुझाने में जुटी रही। घटनास्थल में आक्सीजन का स्तर कम होने के चलते मास्क लगाने के बाद भी फायर अफसर कॉम्पलेक्स में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
दोपहर में आग ने मसूद कॉम्पलेक्स के पीछे के दो शोरूम को चपेट में लिया तो हाहाकार मच गया। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने आसपास के सभी मकान खाली कराते हुए दुकानदारों को सामान निकालने के लिये कहा तो फर्नीचर का काम करने वाले अकील, पेंटर, राजेश त्रिवेदी समेत दर्जनों दुकानदार अपना सामान निकालते दिखे। जिनकी मदद प्रशासन और पुलिस भी कर रही थी। एक किलोमीटर के एरिया को सील करके फायर ब्रिगेड ने बांस मंडी में रखे बांस और अन्य शोरूम को पानी से नहला दिया ताकि आग यहां तक न पहुंचे। पूरा दिन अफसर मौके पर डटे रहे। रह रह कर आग का शिकार हुए कॉम्पलेक्स से धूंआ और लपटे निकलती रही।