सब हैड- आगरा के जिला अस्पताल में बनाया जा रहा है फर्जी मेडिकल
भास्कर समाचार सेवा
आगरा। जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार भ्रष्टाचार नहीं बल्कि जिला अस्पताल में बनाया गया नकली मेडिकल है। इसकी गूंज पूरे जिला अस्पताल में गूंज रही है। जिला अस्पताल में नकली मेडिकल बन रहे है। इसकी जानकारी अधिकारियों तक को नहीं। एक नकली मेडिकल सामने आने पर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। जिला अस्पताल के अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई तो मामले की जांच की गई। पता चला कि मेडिकल पर लगी मोहर और हस्ताक्षर दोनों नकली थे। इसके बाद नकली मेडिकल पकड़े छात्र को वहां से भगा दिया। सीएमएस ने मामले की जांच के आदेश दिए है। बता दें कि एक छात्र विद्यालय में प्रवेश हेतु मेडिकल करवाने आया था। उसने मेडिकल के लिए जिला अस्पताल में किसी से संपर्क किया तो उस व्यक्ति ने उससे 70रुपये लिए और उसे मेडिकल थमा दिया। मेडिकल पर जिला अस्पताल आगरा की मोहर लगी हुई थी तो वहीं डिप्टी सीएमएस सीपी वर्मा के भी हस्ताक्षर हो रहे थे। जब यह मेडिकल उनके सामने पहुंचा तो उनके भी हाथ पांव फूल गए। किसी ने जिला अस्पताल की नकली मोहर का इस्तेमाल करके नकली मेडिकल बनाकर उस छात्र को दे दिया था और उस पर डिप्टी सीएमएस सीपी वर्मा के हस्ताक्षर भी नकली किए गए थे। पूरे मामले की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि किसी ने उसे नकली मेडिकल बनाकर थमा दिया। जानकारी के मुताबिक आगरा के जिला अस्पताल में यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी नकली मेडिकल जारी हो चुके हैं लेकिन वह सब लड़ाई झगड़े व अन्य अपराधिक मामलों से संबंधित थे। इस बार जारी हुआ नकली मेडिकल विद्यालय में प्रवेश हेतु जारी किया गया। बताते चलें कि अधिकारियों की नाक के नीचे ही जिला अस्पताल में कई कॉकस सक्रिय हैं जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे देते हैं। सीएमएस अनीता शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच कराई जा रही है। उनके संज्ञान में यह मामला आया था लेकिन जिसको नकली मेडिकल जारी हुआ वह यहां से चला गया और उसने मेडिकल की प्रति भी जमा नहीं कराई। इसीलिए इस मामले में कार्रवाई करने में दिक्कत आ रही है लेकिन फिर भी उन्होंने अधीनस्थों को इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है।