
शाहजहांपुर महानगर का चुनाव पहली बार होने जा रहा है इससे पहले नगर पालिका परिषद रही शाहजहांपुर में ज्यादातर सपा के जिलाध्यक्ष तनवीर खान चेयरमैन रहे। सामान्य महिला सीट होने पर तनवीर खान की मां ने चैयरमैन पद पर जीत हासिल की । प्रदेश में 2017 के चुनाव में बीजेपी की सरकार बनी। शहर के विधायक बीजेपी के कद्दावर नेता सुरेश कुमार खन्ना को नगर विकास मंत्री बनाया गया जिसके बाद नगर का दायरा बढ़ाया गया और नगर पालिका परिषद को 2019 में नगर निगम का दर्जा दिया गया।
हालांकि इससे पहले नगर निकाय चुनाव में तनवीर खान ने चुनाव जीत कर चेयरमैन की कुर्सी पर कब्जा जमाए रखा । लेकिन नगर पालिका परिषद का एक बर्ष का कार्यकाल पूर्ण होते ही प्रदेश सरकार द्वारा नगर पालिका परिषद को नगर निगम का दर्जा देकर नगर आयुक्त की तैनाती कर दी गई। नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद से चार वर्ष तक नगर आयुक्त ने व्यवस्था संभाली। नगर निकाय चुनाव 2023 में महानगर शाहजहांपुर में पहला मेयर का चुनाव होने जा रहा है। जिसको लेकर सभी पार्टियां अपनी अपनी जोर अजमाइस पहले से ही बड़ी सूझ बूझ से प्रत्याशियों को मैदान में उतार रही हैं। अभी तक केवल सामाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी अर्चना वर्मा को बनाया है । इसके अलावा सत्तधारी बीजेपी और बीएसपी कांग्रेस आप आदि ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
“”अभी तक कभी नहीं जीत सकी बीजेपी “”
शाहजहांपुर में अभी तक बीजेपी ने नगर पालिका परिषद में अपना खाता नहीं को पाया है। ज्यादातर चेयरमैन सपा के रहे हैं इससे पहले कांग्रेस और बीएसपी ने जीत हासिल की थी। इस बार बीजेपी अपने सारे बाण चलाकर नगर निगम की कुर्सी पर कब्जा करने का प्रयास करेगी है। इसके लिए बहुत ही सोच समझकर टिकट देना चाहती है। नगर निगम मेयर पद के लिए बीजेपी से दस से ज्यादा लोगों ने टिकेट की मांग की है लेकिन बीजेपी काफी गहन मंथन करने के बाद फैसला लेना चाहती है। बीजेपी ऐसे प्रत्याशी को मैदान में उतरना चाहती है जो हर स्तर से सपा प्रत्याशी को पटखनी देते हुए मेयर की सीट बीजेपी के खाते में लाए और शाहजहांपुर में बीजेपी का खाता खोल कर भाजपा का झंडा फहरा सके।
“”कौन हैं अर्चना वर्मा क्या है सपा से रिश्ता””
अर्चना वर्मा शाहजहांपुर के लोधी समाज के कद्दावर नेता रहे कई बार के सांसद व विधायक और मंत्री स्वर्गीय राममूर्ति सिंह वर्मा की पुत्र बधू हैं जो सपा सरकार में जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। अर्चना वर्मा के पति राजेश वर्मा ने सपा से 2022 का ददरौल से विधानसभा से चुनाव लड़ा जिन्हे बीजेपी के मानवेंद्र सिंह से कुछ वोटों से हर का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा अर्चना वर्मा समाजवादी पार्टी में महिला सभा की प्रदेश पदाधिकारी भी हैं। जो पूरे जनपद में अपनी अलग ही पहचान रखती हैं।