ये है भारत का सबसे भव्य सचिवालय 

हैदराबाद में बाबासाहेब आंबेडकर के नाम पर देश का सबसे खूबसूरत सचिवालय बनकर तैयार, आगामी 30 अप्रैल को सभी विपक्षी दलों की मौजूदगी में राष्ट्र को समर्पित करेगी तेलंगाना की केसीआर सरकार

भास्कर समाचार सेवा

नई दिल्ली/हैदराबाद। देश का ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे खूबसूरत और भव्य सचिवालयों में से एक अब हैदराबाद में बनकर तैयार हो गया है। आगामी 30 अप्रैल को सभी विपक्षी दलों की मौजूदगी में तेलंगाना की केसीआर सरकार इसे राष्ट्र को समर्पित करेगी। बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के नाम पर संभवतः यह अब तक की सबसे खूबसूरत इमारत है। इस इमारत के पास में ही हुसैन सागर के तट पर गत 14 अप्रैल को बाबासाहेब की 125 फुट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण मुख्यमंत्री चन्द्र शेखर राव ( केसीआर) ने अम्बेडकर के पौत्र प्रकाश यशवंत सिंह के हाथों करवाया था। करीब नौ साल पहले 2 जून 2014 को अलग तेलंगाना के गठन के बाद तेलंगाना सरकार को एक नए और तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस ऐसे ही एक भव्य सचिवालय की आवश्यकता महसूस हुई और 2020 में केसीआर सरकार ने इसका निर्माण शुरू करवा दिया। जिसे पूरा होने में मात्र 27 महीने का समय लगा। इस इमारत का निर्माण जानी मानी कंस्ट्रक्शन कंपनी शापुर जी पिलोंजी द्वारा किया गया है।‌

अठाईस एकड़ में फैली हुई है छ मंजिला इमारत
इमारत को करीब 28 एकड़ जमीन पर बनाया गया है जिसमें  10 लाख 51 हजार 676 वर्ग फुट एरिया में भवन निर्माण किया है जबकि शेष एरिया में खूबसूरत लाॅन पार्किंग और अन्य चीजें हैं।‌ 6 मंजिला और 265 फुट ऊंची इस इमारत को बनाने में करीब 600 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसमें 2.5 एकड़ क्षेत्र में वीआईपी और स्टाफ पार्किंग है तो वहीं 1.5 एकड़ में आगंतुकों के साथ पार्किंग बनाई गई है जिसमें 560 कार और 620 टू व्हीलर्स खड़े करने की क्षमता है। सुरक्षा और सुविधाओं के मानकों के लिहाज से इसे उच्च गुणवत्ता पर रखा गया है। 

सर्वधर्म समभाव के लिए बने हैं मंदिर, मस्जिद और चर्च
इस इमारत को सबसे ज्यादा खूबसूरत यह बात बनाती है कि इसमें सभी धर्मों के लोगों की इबादत के लिए पूजा स्थलों का निर्माण भी किया गया है। समाजिक सौहार्द की उपयोगिता और आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इस आहते के अंदर ही मंदिर मस्जिद और चर्च का निर्माण किया गया है। जिसमें सभी धर्म को मानने वाले लोग अपने समय अनुसार यहां पूजा अर्चना आराम से कर सकते हैं। यह पूजा स्थल सचिवालय में काम करने वाले लोगों के लिए तो होंगे ही बल्कि बाहर से आने वाले आगंतुकों के लिए भी उनके कपाट सदैव खुले रहेंगे। 

सभी विपक्षी दलों के प्रतिनिधि रहेंगे मौजूद

आगामी 30 अप्रैल को इस भव्य सचिवालय की इमारत को राष्ट्र को समर्पित करने के समय साक्षी सभी मुख्य विपक्षी दल बनेंगे। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की छात्र छाया में समर्पित होने वाले इस उद्घाटन समारोह के लिए तेलंगाना की केसीआर सरकार ने सभी मुख्य विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। उनकी मौजूदगी में ही किस सचिवालय को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर इस इमारत का नामकरण भी कर दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि इसी इमारत पर खड़े होकर विपक्ष भीमराव अंबेडकर की छत्रछाया में एकत्रित होकर केंद्र की मोदी सरकार को आगामी लोकसभा चुनाव में चुनौती देने के लिए भी एक बड़ा संदेश मुख्यमंत्री केसीआर के नेतृत्व में दे सकता है।

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