पाकिस्तान में हिन्दुओं पर अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सिंध प्रांत में एक मेडिकल की छात्रा की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है।
रिपोर्ट के मुताबिक, घोटकी के तालुका मीरपुर मथेलो की रहने वाली नम्रता चांदनी की लाश चारपाई पर पड़ी मिली। उसके गले में रस्सी बंधी हुई थी और कमरा अंदर से बंद था। नम्रता के भाई डॉ. विशाल सुंदर ने कहा कि यह आत्महत्या नहीं, हत्या है। उसके शरीर के कई हिस्सों पर भी निशान हैं, जैसे कोई व्यक्ति उसे पकड़ रहा था।
उन्होंने कहा, ‘ हम अल्पसंख्यक हैं, हमारी मदद करें। ‘ विदित हो कि इससे पहले घोटकी में मुसलमानों ने हिन्दुओं के साथ मारपीट की थी। हालांकि मुस्लिम समुदाय ने ही इसका विरोध किया हिंसा एक दिन से ज्यादा नहीं चल पाई।सोशल मीडिया पर भी इस दंगे की व्यापक आलोचना की गई और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी के लिए मुहिम छेड़ी गई।
Extremely sad & hurt sad reading about the suspicious death of young innocent girl, Nimrita Kumari.
I hope the justice is served and the real culprits are found. My heart beats with every Pakistani no matter what faith he/she belongs to. Rest in Peace. #JusticeForNimrita pic.twitter.com/2nJMmpMRp8— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) September 17, 2019
मृतक नम्रता चंदानी पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना में एक मेडिकल कॉलेज में छात्रा थी। समाचार एजेंसी के मुताबिक विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंदेशा जताया है कि हो सकता है कि छात्रा ने खुदकुशी की हो लेकिन उसके परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। नम्रता शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी के बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज की बीडीएस की अंतिम वर्ष की छात्रा थी।.
इस हत्या के विरोध में कराची में देर रात बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल आए और प्रदर्शन किया। इन लोगों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है ।. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नम्रता की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। इस मामले में हिन्दू समाज के लोग भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्रा नम्रता का संबंध घोटकी जिले के मीरपुर मथेलो शहर के एक बड़े व्यापारिक घराने से है। लरकाना के अधिकारियों ने उनके शव को उनके पैतृक स्थान पर भेज दिया गया है। घोटकी में ही कुछ दिन पहले एक हिन्दू शिक्षक के साथ भी ईश निंदा का आरोप लगाकर मारपीट की गई थी।
डॉ. नम्रता के भाई डॉ. विशाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उनकी बहन की हत्या की गई है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि घटना से दो घंटे पहले निमरिता ने कॉलेज में मिठाई बांटी थी। ऐसा भला क्या हो सकता है कि इसके महज दो घंटे बाद ही वह खुदकुशी कर ले?