भास्कर समाचार सेवा
उदी/इटावा।अखिल विश्व क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगिंदर सिंह भदौरिया ने पटना में आयोजित गंगा उत्सव कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जहां क्षेत्रवासियों से अपील की वहीं उन्होंने सामाजिक स्तर पर गिरते संस्कारों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गंगा उत्सव कार्यक्रम में देश के राजा महाराजा के परिवारों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित कर उनसे गिरते संस्कारों को बचाने और समाज में नई चेतना जागृत करने का प्रयास किया जाएगा।
श्री भदौरिया कार्यक्रम में जाते समय कुछ देर के लिए चंबल के किनारे स्थित उदी मोड़ दीक्षा मेडीकल पर रुके और प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज देश भले ही विकास कर रहा है, लेकिन हमारी संस्कृति हमारे संस्कारों में जो गिरावट आ रही है वह विशेष चिंता का विषय है क्योंकि भारतवर्ष को संस्कारों की वजह से ही दुनिया में अपना अभूतपूर्व स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि फिल्मों में क्षत्रिय परिवार को जिस तरह प्रस्तुत किया गया वह गलत है। यदि राज्य परिवार राजघराने ने अपनी जनता की रक्षा और संस्कारों की रक्षा के लिए कार्य न किया होता तो हमारा समाज आज विकृत रूप में बहुत पहले से खड़ा होता है, उन्होंने उदाहरण दिया महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी हाड़ा राजा ने केवल राज्य की सुरक्षा और संस्कारों की रक्षा की वरन अपने प्राणों की चिंता किए बगैर घनघोर संघर्ष कर समाज को नई चेतना प्रदान की। उन्होंने यह भी कहा कि आज धर्म के नाम पर भी हमारे देवी देवताओं पर उंगली उठाई जाती है भागवत कथा में आधुनिक आचार्य भगवान कृष्ण को लवरब्वॉय के रूप में प्रस्तुत कर लोगों को दिशा भ्रमित करने का प्रयास करते हैं जो नितांत गलत है उन्होंने बड़े ओज स्वर में कहा कि रानी लक्ष्मीबाई वीरांगना अवंती बाई ने अगर समाज और संस्कारों के रक्षा के लिए अपने अबोध पुत्र को पीठ पर बांधकर युद्ध न किया होता उन्होंने कहा कि 3 मई से 5 मई तक बिहार के पटना में गंगा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें संस्कारों की रक्षा और देश के विभिन्न इलाकों के राज्य परिवारों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित कर उनसे विचार विमर्श कर विकृत हो रहे समाज की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाएंगे।