अयोध्या : जनता की चुप्पी भाजपा के लिए मुश्किल वक्त का संकेत

अयोध्या। नगरनिकाय चुनाव के प्रथम चरण के मतदान की समाप्ति के बाद दूसरे चरण के मतदान की तिथि नजदीक आते ही विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्यासियों के द्वारा एड़ी चोटी का जोर लगाने का कार्य जारी है, विभिन्न राजनीतिक दल एक दूसरे में सेंध लगाने के प्रयास में महत्वपूर्ण प्रयास कर रहे हैं, बताते चलें विगत दिनों भारतीय जनता पार्टी महापौर प्रत्याशी की आयोजित चुनावी सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता मनोज जायसवाल टिकट की दावेदारी फ्लॉप होने के बाद नाराजगी जाहिर करते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया वहीं पर वार्डों में भी सपा कार्यकर्ताओं के द्वारा भी भाजपा में शामिल होने का दौर जारी है अगर राजनीतिक जानकारों की राय को माना जाए तो चर्चा है भाजपा की लहर को देखते हुए कहीं ना कहीं अन्य दलों के कार्यकर्ताओं में समायोजित होने की आशा कार्यकर्ताओं को पार्टी में खींचने का काम कर रही है।

चुनाव बीत जाने के बाद इन कार्यकर्ताओं का कितना समायोजन पार्टी के अंदर विभिन्न लाभदाई पदों पर होता है यह तो आने वाला वक्त बताएगा फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से महापौर पद के उम्मीदवार गिरीश पति त्रिपाठी को आम जनता साइलेंट रहते हुए उनकी विजय के पथ पर बाधा के रूप में अपना संकेत दे रही है , ना केवल यह चुप्पी आम जनता के बीच है बल्कि यही चुप्पी अन्य विभिन्न कार्यक्रमों में पार्टी के पुराने नेताओं व कार्यकर्ताओं की अनुपस्थिति नगर निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के लिए खतरे की घंटी बजा रही है कारण बताया जा रहा है।

4 वर्ष के पुराने कांग्रेसी नेता को महापौर का टिकट देकर भाजपा शीर्ष नेतृत्व द्वारा पार्टी के अंदर खाने में बगावत पैदा करने का कार्य किया है और इसी बगावत के चलते जहां पर भाजपा से बागी उम्मीदवार के रूप पुराने कार्यकर्ता व संघ के नजदीकी संबंधों के तहत जाने जाने वाले शरद पाठक बाबा टिकट ना मिलने की स्थिति में भाजपा के बागी उम्मीदवार के रूप में अपनी पत्नी अनीता पाठक को चुनाव मैदान में उतार दिया है, पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं व नेताओं का शरद पाठक बाबा को अंदर से समर्थन तो मिल ही रहा है वहीं दूसरी तरफ पुराने भाजपाई कार्यकर्ता होने के नाते जनता का भी काफी समर्थन शरद पाठक बाबा की धर्मपत्नी अनीता पाठक को मिल रहा है।

वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी महापौर प्रत्याशी आशीष पांडेय दीपू चुनावी मैदान में जनता के बीच अयोध्या के विकास के नाम पर हो रहे दुकानों मकानों के ध्वस्तीकरण का मुद्दा लेकर जनता के बीच डोर टू डोर पहुंचकर अपनी जीत के बाद विकास के नाम से उत्पन्न समस्याओं जैसे विस्थापीकरण,नगर निगम द्वारा बिना किसी सुविधाओं को मुहैया कराये हुये भारी भरकम टैक्स समाप्ति, जलभराव, जल निकासी आज इस समुचित प्रबंधन के वादों के साथ जनता के बीच जाकर जनहित के नाम पर भाजपा की विकास की पोल खोलते हुए अपने पक्ष में जन समर्थन मांगा जा रहा है। भास्कर प्रतिनिधि के द्वारा निजी सर्वे में जनता के रूप को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है जनता की चुप्पी कहीं ना कहीं समाजवादी पार्टी महापौर प्रत्याशी आशीष पांडेय दीपू के समर्थन में अवश्य मजबूत नजर आती है।

बताते चलें जहां पर एक तरफ एक मंदिर के महंत व अच्छी पर्सनालिटी के दावे के साथ भाजपा नेता व कार्यकर्ता जनता के बीच कांग्रेसी पहचान रखने वाले गिरीश त्रिपाठी के पक्ष में जन समर्थन मांग रही है वहीं दूसरी तरफ सपा महापौर प्रत्याशी आशीष पांडेय का संबंध जनपद में जाने-माने राजनीतिक घराने से होने के कारण जनता का समर्थन आशीष पांडेय दीपू के पक्ष में जनता की चुप्पी के रूप में स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है।

बताते चलें आशीष पांडेय दीपू के पिता जय शंकर पांडेय अयोध्या सीट से 2 बार विधायक रह चुके हैं वर्तमान में समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं वहीं आशीष पांडेय दीपू के भाई तेज नारायण पांडेय पवन पूर्व की सपा सरकार में मंत्री भी रहे हैं और सरकार जाने के बाद भी जनहित से संबंधित मुद्दों को जनता के बीच पहुंचकर उनके द्वारा जोर-शोर से उठाने का कार्य भी किया गया है अयोध्या की जनता के बीच आशीष पांडेय दीपू के पिता जय शंकर पांडेय व फुफेरी भाई तेज नारायण पांडेय की लोकप्रियता काफी है, आशीष पांडेय दीपू को विजय दिलवाने के लिए ।

फिलहाल जनता की चुप्पी का कारण बताया जा रहा है जनता भाजपा की जिताऊँ रणनीति के चलते डर बस आशा कर रही है कहीं सत्ता के प्रभाव में अनर्गल रूप से भाजपा प्रत्याशी को जिताने का कार्य ना कर दिया जाए ,,आने वाली 11 तारीख का इंतजार जनता को जोर शोर से है 13 मई को नतीजे आएंगे देखना है विकासवाद के नाम पर अयोध्या की जनता 4 वर्ष के पुराने भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेसी नेता गिरीश त्रिपाठी को अपना महापौर चुनती है या फिर जनसमस्याओं के मद्देनजर अयोध्या की जनता से कदम से कदम मिलाकर चलने वाले जय शंकर पांडेय व तेज नारायण पांडेय के परिवार से सपा प्रत्याशी आशीष पांडेय दीपू को महापौर के रूप में चुनेगी।

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