औरैया। अजीतमल नगर निकाय चुनाव की मतदान की तिथि जैसे जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे ही प्रत्यासियों की धड़कने बढ़ती जा रही है।राजनैतिक पार्टियों के लिए सिर दर्द बने निर्दलीय प्रत्यासियों का जनाधार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। सवाल उठता है कि आखिर ये निर्दलीय प्रत्याशी ऐसा क्या करते हैं कि लोग उन्हें बड़े से बड़े दलों के प्रत्याशियों को किनारे करके वोट दे देते हैं?
भाजपा से सपा तक के लिए सिरदर्द बने हैं निर्दलीय
आइए बताते है निर्दलीय प्रत्यासी राजनीति से हट कर हवाहवाई वादे नही करते और लोकल नगर में, समाज में अपना वजूद नहीं खोने देते हर व्यक्ति के सुख दुख में सहयोग करते है। वहीं दूसरी ओर नगर निकाय चुनाव के विद्रोही प्रत्यासी एवम उनके समर्थकों के खिलाफ की गई निष्कासन की करवाई से विद्रोहियों ने भीतर घात कर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है जिससे निर्दलियों की बल्ले बल्ले सुनिश्चित है।
अजीतमल नगर निकाय चुनाव की मतदान की तिथि जैसे जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे ही प्रत्यासियों की धड़कने बढ़ती जा रही है।राजनैतिक पार्टियों के लिए सिर दर्द बने निर्दलीय प्रत्यासियों का जनाधार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। सवाल उठता है कि आखिर ये निर्दलीय प्रत्याशी ऐसा क्या करते हैं कि लोग उन्हें बड़े से बड़े दलों के प्रत्याशियों को किनारे करके वोट दे देते हैं?
आइए बताते है निर्दलीय प्रत्यासी राजनीति से हट कर हवाहवाई वादे नही करते और लोकल नगर में, समाज में अपना वजूद नहीं खोने देते हर व्यक्ति के सुख दुख में सहयोग करते है। वहीं दूसरी ओर नगर निकाय चुनाव के विद्रोही प्रत्यासी एवम उनके समर्थकों के खिलाफ की गई निष्कासन की करवाई से विद्रोहियों ने भीतर घात कर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है जिससे निर्दलियों की बल्ले बल्ले सुनिश्चित है।