एक्शन : एनआईए, एटीएस ने कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के 16 सदिंग्धो को पकड़ा

– मध्यप्रदेश, हैदराबाद में मारी रेड, भोपाल से 10, छिन्दवाड़ा से 1 और हैदराबाद से 5 को लिया हिरासत में
– 50 से अधिक देशों में सक्रिय है एचयूटी, 16 देशों में है प्रतिबंधित


भोपाल(ईएमएस)। एटीएस और एनआईए की टीम ने ज्वांइट ऑपरेशन करते हुए मध्यप्रदेश, हैदारबादख् के कई शहरो में दबिश देकर कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के 16 संदिग्ध आतंकियो को हिरासत में लिया है। एटीएस द्वारा जारी प्रैस विज्ञप्ति में बताया गया है, हिज़्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) एक अंतराष्ट्रीय इस्लामिक संगठन है। यह संगठन पूर्व में तहरीक-ए-खिलाफत के नाम से जाना जाता था, और विश्व में खलीफा के शासन का एवं शरिया कानून लागू करने का समर्थक है। यह संगठन भारत में गोपनीय रूप से मुस्लिम नौजवानों में खिलाफत की विचारधारा को फैलाने एवं संगठन का विस्तार करने के लिए काफी समय से कार्य कर रहा है। इस संगठन से जुड़े व्यक्ति विभिन्न देशों में हिंसक कृत्यों में शामिल रहे हैं। यह संगठन 50 से अधिक देशों में सक्रिय है, तथा 16 देशों में प्रतिबंधित है। 9 मई 2023 को भोपाल, छिन्दवाडा एवं हैदराबाद से हिज़्ब-उत्-तहरीर संगठन से जुड़े कई सदस्यों को गिरफतार किया गया है। टीम ने भोपाल से यासिर खान निवासी शाहजानाबाद, सैयद सामी रिजवी निवासी हमीदिया अस्पताल के पास, शाहरूख, मिस्बाह, सैयद दानिश अली] वसीम खान चारों निवासी ऐशबाग, शाहिद निवासी जवाहर कालोनी ऐशबाग, मेहराज निवासी बाग दिलखुशा, ऐशबाग, खालिद हसन निवासी लालघाटी के पास, और मोहम्मद आलम निवासी इमामबाड़ा को गिरफ्तार किया है।

 एनआईए ने छिन्दवाडा मध्यप्रदेश से एक आरोपी अब्दुल करीम निवासी छिन्दवाडा मध्यप्रदेश और हैदराबाद से पॉच सदिंग्धो को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम मोहम्मद सलीम, अब्दुर रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद और मोहम्मद हमीद बताये गये है। इन लोगों से तलाशी के दौरान भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देशविरोधी एवं जेहादी साहित्य, विस्फोटक बनाने का साहित्य एवं सामग्री एवं डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए हैं। संगठन हिज्ब उत्-तहरीर (एचयूटी) तहरीक-ए-खिलाफत के उपरोक्त सदस्यों का उद्देश्य देश के लोगों को भड़काकर भारत में इस्लामिक शरिया कानून कायम करना था। 

उपरोक्त आरोपियों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। सूत्र बताते है कि इस ज्वाइंट ऑपरेशन की तैयारी बीते करीब तीन महीने से जारी थी। इस ऑपरेशन की स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई थी। मंगलवार सुबह धरपकड़ के बारे में जानकारी सामने आई। कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के बारे में सुरक्षा एंजेसियो का मानना है, कि यह संगठन चोरी छिपे अपनी कट्टरपंथी विचारधारा को तेजी से फैला रहा है। और ये संगठन आईएसआईएस से भी ज्यादा खतरनाक है। इसने लगभग 50 देशों में अपनी विचारधारा को फैलाया है। इस संगठन की मध्य एशिया, यूरोप, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में शाखाएं हैं। विशेष रूप से इंडोनेशिया में। दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और बांग्लादेश में महत्वपूर्ण उपस्थिति है।

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