
बाथरूम में पड़ा मिला शव
फ्रांस में परिवार के साथ रहकर करता था नौकरी
विकास नगर थाना क्षेत्र की घटना
लखनऊ। विकासनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी प्रेम नारायण द्विवेदी के 40 वर्षीय बेटे ने उनकी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताते चले कि विकास नगर के सेक्टर-3 के मकान न3/ए-15 में प्रेम नारायण द्विवेदी परिवार के साथ रहते है करीब दो साल पहले कैंसर की बीमारी से पत्नी गिरिजा की मौत हो गई थी । घर पर भतीजा व बूढ़ी मां के साथ रहते थे ।
बेटा पीयूष द्विवेदी पत्नी और बच्चों के साथ फ्रांस में रहकर नौकरी करता था। कोरोना कॉल में पीयूष नौकरी गंवाने के बाद से वापस आकर पिता के साथ रहने लगा था। बुधवार सुबह पिता प्रेम नारायण द्विवेदी कमरे का दरवाजा आधा खुला छोड़कर टहलने गए थे। तभी पीयूष ने बाथरूम में जाकर लाइसेंसी रिवाल्वर कनपटी के दाहिनी तरफ सटाकर खुद को गोली मार ली। पिता के वापस लौटने पर उन्हे कमरे का दरवाजा बंद मिला तो वो परेशान होने लगे जिसके बाद कारपेंटर को बुलाकर दरवाजा खुलवाया और अंदर पहुंचे तो देखा कि पीयूष बाथरूम में खून से लथपथ पड़ा हुआ था। यहां देखकर उनके होश उड़ गए और बेसुध हो कर गिर पड़े जिसके बाद घटना की सूचना उनके भतीजे प्रमांशु ने पुलिस को दी मौके पर पहुंचे डीसीपी उतरी सैयद कासिम आब्दी ,इस्पेक्ट शिवानंद मिश्रा ने घटनास्थल की जांच पड़ताल की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार मृतक नौकरी जाने की वजह से परेशान रहता था। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला शुरुआती जांच में पारिवारिक कलह की बात सामने आ रही है। तथा मृतक का फोन कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की जा रही है।
पत्नी और बेटियां है फ्रांस में
जानकारी के अनुसार मृतक पीयूष लम्बे समय से पत्नी और दो बेटियों के साथ फ्रांस रहकर । वहां एक निजी कम्पनी में बतौर इंजीनियर काम करता था। मगर दो साल पहले मां गिरिजा की कैंसर के कारण मौत हो गई थी। तब वो वापस आया मगर कोरोना कॉल में लॉकडाउन के कारण वापस नहीं जा पाया था। जिस कारण काफी परेशान रहा करता था।












