शाहजहांपुर के बंडा में पूरनपुर रोड थाने के पास बने अवैध बस स्टैंड पर मारपीट की घटनाएं होना रोजमर्रा की बात हो गई है। यहां ई रिक्शा चालकों और अवैध स्टैंड के ठेकेदारों के बीच सवारियों को लेकर नोंक-झोंक होती रहती है। कभी कभी सवारियों से भी मारपीट हो जाती है। पिछले साल मई माह में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौबीस घंटे में प्रदेश में अवैध टैक्सी स्टैंड, बस स्टैंड, खत्म करने के निर्देश दिए थे।उन्होंने यह भी कहा था डग्गामार बसों के संचालन पर भी रोक लगाई जाए।
अफसरों ने कुछ दिन तक मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन किया और अवैध रूप से चल रहे बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड को खत्म कर दिया। कुछ दिनों तक तो सबकुछ ठीक-ठाक चला। लेकिन कुछ दिन बाद फिर वही ढाक के तीन पात, यानी अवैध स्टैंड और डग्गामार वाहनों का संचालन फिर शुरू कर दिया गया।
अब जिम्मेदार अफसर मुख्यमंत्री के आदेशों को दरकिनार कर अवैध स्टैंडों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। नगर पंचायत बंडा में अवैध रूप से बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड आज भी संचालित किए जा रहे हैं। लेकिन अफसर कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं। नगर पंचायत बंडा में पूरनपुर रोड पर थाने के पास ही अवैध बस स्टैंड बना हुआ है। रविवार को इसी बस स्टैंड पर ठेकेदारों ने और एक ई रिक्शा में बैठी दो महिलाओं व चालक के साथ मारपीट कर दी। पलिया निवासी एक महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपने ई रिक्शे से बंडा में एक रिश्तेदार की मृत्यु पर देखने जा रही थी। इसी बीच पूरनपुर रोड लगे जूस के ठेले पर ई रिक्शा रोक दिया।
इस दौरान वहां मौजूद बंडा के बाबा चरनदास कालोनी निवासी रामखिलौना और कल्लू सवारियां बैठाने का आरोप लगाते हुए गन्दी गन्दी गालियां देने लगे। और पीड़ित ने आरोप लगाया कि उनका हाथ पकड़ कर ई रिक्शा से बाहर खींच लिया। उनके व ई रिक्शा चला रहे उनके देवर के साथ जमकर मारपीट की। पीड़ित महिला ने थाने में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में पुवायां के क्षेत्राधिकारी पंकज पंत ने बताया कि अवैध टैक्सी व बस स्टैंड के खिलाफ कार्यवाई के लिए बंडा पुलिस को निर्देशित किया जायेगा।