बहराइच l उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जहां गंभीर बना हुआ है वहीं पर दूसरी तरफ चिकित्सालय परिसर में डॉक्टरों के रहने का समुचित व्यवस्था सरकार के द्वारा नहीं कराई जा रही है l पुराने एवं जर्जर भवनों में चिकित्सक रहने को मजबूर हो रहे हैं l इसी के तहत पयागपुर क्षेत्र अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पयागपुर में स्टाफ नर्स को लेकर 9 डॉक्टर तैनात है जिसमें से चार डॉक्टरों के रहने का भवन तो बना हुआ है लेकिन वह भी जर्जर ही है l साथ ही साथ 5 डॉक्टर के रहने का भवन की व्यवस्था आज तक शासन के द्वारा नहीं कराई गई है l चिकित्सक बाहर किराए पर प्राइवेट रूम लेकर रहने के लिए मजबूर हैं l
जर्जर भवन में रहने को मजबूर हो रहे चिकित्सक
वहीं दूसरी तरफ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पयागपुर में पिछले 2 महीनों से ट्रांसफार्मर के खराब रहने से बिजली व्यवस्था की आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है जिससे इस परिसर में रहने वाले चिकित्सकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है l चारों तरफ अंधेरा ही रहता है l रात के समय बिल्कुल अंधेरे में जर्जर भवन में रहने वाले चिकित्सक किसी तरीके से अपना जीवन गुजार रहे हैं लेकिन जिला स्तर पर बैठे अधिकारियों का ध्यान इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भवनों पर नहीं जा रहा है जो पूर्णतया जर्जर हो चुके हैं l
अव्यवस्था के बीच रह रहे चिकित्सक ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रहने के लिए भवन नहीं है और जो भवन मौजूद है वह बिल्कुल जीर्ण शीर्ण हालत में बना हुआ है l बरसात होने पर कमरे के अंदर सीलन और छत से पानी का टपकना बराबर बना रहता है l जब इस संदर्भ में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बहराइच सतीश सिंह से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि जर्जर भवन के लिए शासन को पत्राचार किया गया है डॉक्टरों के रहने की व्यवस्था की जाएगी l