भास्कर समाचार सेवा
पिलखुवा। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट न बनने के विरोध में जनपद हापुड़ क्षेत्रांगत ग्राम गालंद में शुक्रवार के दिन महापंचायत का आयोजन होगा। इस मामले को लेकर एक तरफ जहां शासन और प्रशासन की मंशा प्लांट को हर कीमत पर बनाने की साफ दिखाई दे रही है, तो वहीं दूसरी ओर ग्रामीण भी प्लांट को न बनने देने के लिए एकजुट हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक ग्राम गालंद में प्रस्तावित प्लांट की जमीन की चारदीवारी के लिए लखनऊ से पुलिस बल गाजियाबाद आ चुका है, और उम्मीद है कि शनिवार को भारी संख्या में पुलिस बल गालंद पहुंच जाएगा। इसी के दृष्टिगत ग्रामीणों ने शुक्रवार को महापंचायत का ऐलान कर दिया हैं। बीते बुधवार को पूरे साठा चौरासी में एक हस्तलिखित पंपलेट भी वितरित किया गया था।
क्या है पूरा मामला
गाजियाबाद नगर निगम की ग्राम गालंद में लगभग 45 एकड़ जमीन है। इस जमीन पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का निर्माण प्रस्तावित है। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और नीदरलैंड की जीसी इंटरनेशनल कंपनी के बीच सितंबर 2018 में एमओयू साइन हुआ था।विधानसभा चुनाव से पहले गाजियाबाद नगर निगम और कंपनी के लोगों ने चिह्नित जमीन पर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते मामला अधर में लटक गया था। इसके बाद गाजियाबाद निगम के द्वारा अनेकों बार प्रयास हुए लेकिन, निगम के अधिकारियों को सफलता नहीं मिल सकी थी। लगभग चार माह पहले गाजियाबाद नगर निगम ने हापुड़ जिला प्रशासन को पत्र लिखकर चिह्नित जमीन की चारदीवारी करने के लिए सहयोग मांगा था। इसके चलते तत्कालीन धौलाना उपजिलाधिकारी दिग्विजय सिंह ने बैठक कर ग्रामीणों से वार्ता की थी लेकिन, बात नहीं बन सकी। तब से लेकर आज तक यह विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब ग्रामीणों ने शुक्रवार से प्लांट के विरोध में महापंचायत का एलान किया है।ग्रामीण व धौलाना बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजीव तोमर ने बताया कि प्लांट बनने से ग्रामीण न जाने कितने बीमारियों की चपेट में आ जाएंगे इसीलिए इस प्लांट को गाँव मे किसी भी कीमत पर बनने नहीं दिया जायेगा।