लखीमपुर खीरी। गोला गोकर्णनाथ की गोला सीएचसी से महज 100 मीटर दूरी पर चल रहे अवैध संचालित एक निजी प्राइवेट अस्पताल में गलत इलाज के कारण प्रसूता को अपनी जान गवानी पड़ी। पीड़ित का आरोप है कि मरीज पर डिलीवरी के नाम पर 70000 वसूलने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा गलत इलाज के कारण पीड़ित के मरीज को अपनी जान गवानी पड़ी। दरअसल पूरा मामला गोला कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम अयोध्यापुर का है।
दो यूनिट ब्लड के वसूले 25000, सुधार ना होने पर भेजा दूसरे अस्पताल
अयोध्या पुर निवासी मुरारी ने सीएचसी गोला के पास 100 मीटर की दूरी पर स्थित पुराना नाम फैमिली केयर हॉस्पिटल नया नाम महिमा हॉस्पिटल पर आरोप लगाते हुए बताया कि उसने गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर इंद्रजीत के कहने पर अपनी बीवी को गोला के महिमा हॉस्पिटल मे डिलीवरी कराने के लिए ले गया था जहां उसे इलाज के नाम पर 70,000 वसूलने के बाद भी उसको अपनी बीवी की जान गवानी पड़ी।
दर्जनों की संख्या में संचालित अवैध नर्सिंग होम पर अभी तक कार्रवाई ना होने चलते आए दिन प्रसूताओं को गंवानी पड़ रही अपनी जान
पीड़ित ने बताया कि दो यूनिट ब्लड के लिए 25000 लिए गए, और जब भी अस्पताल प्रबंधन के द्वारा पीड़ित की उचित देखरेख नहीं की जाती थी तो अस्पताल के कर्मचारियों से कहने पर परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता था और कई तरीके से रुपए वसूलने के बाद जब उसकी बीवी की हालत बिगड़ने लगी तो उसे लखीमपुर खीरी के राजा मंडी के पास शुभ हॉस्पिटल भेज दिया गया जहां उसकी बीवी का इलाज होना शुरू हुआ और 24 घंटे के अंदर 30 से 35000 वसूल लिए गए जिसके बाद भी उसकी बीवी की तबीयत सही नहीं हुई तो उसको लखनऊ रेफर करने की बात करने लगे जिस पर पीड़ित के बीवी ने घर जाने की बात कही। पीड़ित अपनी बीवी को घर ला ही रहा था कि लाते लाते उसकी बीवी की मौत हो गई।
इस मामले पर सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने कहा…
इस संबंध में डॉ गणेश से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस प्रकार का अस्पताल संज्ञान में नहीं है अभी मैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में में बिजी हूं फ्री होकर देखता हूं। सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने बताया कि गोला सीएचसी अधीक्षक से अवैध संचालित अस्पतालों पर कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाने के लिए कहा गया है। फिर भी यदि अवैध संचालित अस्पतालों की जानकारी मिलती रहेगी तो कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस प्रकरण की विस्तृत जांच की जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।