
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्या सैयदा शहजादी को सौंपा ज्ञापन
भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। प्रदेश में पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना, सिख बोर्ड का गठन तथा सिख धर्म के बच्चों की शदियों के लिए मेरठ में आनन्द मैरिज एक्ट के तहत रजिस्टर्ड कराए जाने के संबंध में एक ज्ञापन राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्या सैयदा शहजादी को सौंपा गया। राष्ट्रपति पदक से अलंकृत एवं सामाजिक कार्यकर्ता सरबजीत सिंह कपूर ने बताया, उत्तर प्रदेश में एक पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाए। एक सिख बोर्ड का गठन किया जाए, ताकि सिखों की समस्याओं की प्राथमिकता पर निदान हो सके। सिख धर्म की बच्चियों की शादियों के लिए आनन्द मैरिज एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड करायी जाए, जैसे कि दिल्ली, हिमाचल, राजस्थान की सरकारों ने पहले से घोषणा कर रखी है। पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाए तथा उप्र में राज्य विश्वविद्यालय में पंजाबी भाषा के विभाग खोले जाए। उत्तर प्रदेश में सिकलीगर सिख परिवार काफी गिनती में निवास करते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के गजट में सिकलिगर जाति दर्ज नहीं है। जिस कारण इनको काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। सिकलीगर सिख जाति गजट में दर्ज करवाकर एसटी का दर्जा दिलाया जाए। जिला बिजनौर के 22 गांव जिनमें सिख रमैया जाति भारी गिनती में निवास करती है जोकि, सभी सिख है। यह जाति भी उत्तर प्रदेश सरकार के गजट में दर्ज नहीं है। इसको भी एसटी या ओबीसी में गजट में दर्ज करवाया जाए। उत्तर प्रदेश में जाट, गुर्जर, नाई, रामगढ़िया, रमैया, सिकलीगर, हरिजन, जाटव, रविदासी, बंजारे सिख भारी गिनती में निवास करते है। इनको जाति का सर्टिफिकेट जारी करते समय इनकी जाति के साथ सिख शब्द लिखवाया जाए। बताया कि अल्पसंख्यकों को शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक विकास हेतु जनमानस में जागरूकता फैलाने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण अधिकार दिवस पर व्यापक प्रचार व प्रसार कराया जाए। 1971 में सिख सैनिक बलिदानियों की स्मृति में उनके नाम से उनके गांवों में मार्ग के नाम रखे जाए। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्या ने मांगों को लेकर आश्वासन दिया है।














