
-जांच समिति से भी छुपाया दाखिल-खारिज व ट्रांसफर सर्टिफिकेट
बालाघाट (ईएमएस)। आज भी मध्य प्रदेश में कई विभागों में फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर फर्जी नौकरी हथियाने के आये दिन मामले प्रकाश में आते रहते है और संबंधित विभाग द्वारा समय-समय पर कार्यवाही भी की जाती है। इसके बाबजूद प्रदेश में फर्जी प्रमाण पत्र से नौकरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। ऐसा ही एक मामला बालाघाट जिले में सामने आया है। यहां वारासिवनी शासकीय महाविद्यालय में वर्षों से फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर सहायक प्राध्यापक के पद पर नौकरी कर रही तृप्ती सोमावार पिता नीलकंठ सोमावार पर अब तक कार्यवाही नहीं हो पाई है चूंकि जांच समिति के द्वारा जांच प्रतिवेदन में जनजातीय कार्य विभाग को गलत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिस पर सवाल खड़े हो गये है।
-क्या है मामला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तृप्ती सोमावार शासकीय प्राथमिक शाला गजानंद सारथी राजेन्द्र नगर बिलासपुर प्राथमिक स्कूल में अध्ययनरत थी जहां से उसके द्वारा अपनी पढ़ाई कर पंडित देवकीनंदन नगर निगम कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला बिलासपुर में कक्षा 11वीं की पढ़ाई पूरी की जिसके दाखिल खारिज में तेलगू जाति का उल्लेख है वहीं कक्षा 11वीं के ट्रांसफर सर्टिफिकेट में भी तेलगू जाति का उल्लेख है। जिसके बाद तृप्ती सोमावार द्वारा मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती मध्यप्रदेश में 22.07.2006 को निकाली गई थी। जिसमें इतिहास विषय के लिये तृप्ती सोमावार द्वारा आवेदन किया गया था। लेकिन बड़े ही आश्चर्य की बात है कि बिलासपुर में निवासरत तृप्ती सोमावार ने मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के बैहर तहसील के ग्राम कुमनगांव का स्थाई निवासी प्रमाणपत्र बनवा लिया। वहीं, दूसरी ओर तृप्ती सोमावार पिता नीलंकठ राव सोमावार के नाम से परसवाड़ा विकासखंड तहसील बैहर ग्राम कुमनगांव के नाम से जाति प्रमाण पत्र बनाया गया। जिसमें जाति छत्री का उल्लेख किया गया है। इसी तरह देखा जाये तो तेलगू से छत्री तृप्ती सोमावार कैसे बन गई। हालांकि, यदि विवाह भी हुआ होगा तो जाति कैसे बदल सकती है। जो एक विचारणीय प्रश्न है।
-जांच समिति ने क्या लिखा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश शासन जनजातीय कार्य विभाग व पुलिस अधीक्षक द्वारा जब दस्तावेजों की जांच की गई तो जांच समिति के द्वारा पाया गया कि तृप्ती सोमावार पिता नीलकंठ राव सोमावार द्वारा अनुविभागीय अधिकारी अनुविभाग बैहर द्वारा प्रमाण पत्र 05.05.2003 से जारी छत्री अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया। इसी तरह 23.06.2016 को तृप्ती सोमावार के संदेहास्पद जाति प्रमाणपत्र के संबंध में पुलिस अधीक्षक को जांच हेतु लिखा गया कि जांच प्रतिवेदन अप्राप्त होने पर कार्यालयीन पत्र 06.10.2016 द्वारा पुलिस अधीक्षक को पुन: स्मरण कराया गया, वहीं पुलिस अधीक्षक बालाघाट का जांच प्रतिवेदन 07.09.2017 द्वारा तृप्ती सोमावार पिता नीलकंठ राव सोमावार सहायक प्राध्यापक एसएसपी महाविद्यालय वारासिवनी निवासी कुमनगांव थाना परसवाड़ा वर्तमान निवास आरएम सोनवे, वार्ड नं 33, हरिओम नगर के संदेहास्पद जाति प्रमाणपत्र की जांच करवाई गई। जिसमें निम्मानुसार तथ्य प्रतिवेदित किए गए। तृप्ती सोमावार के नाम से अनुसूचित जनजाति का जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया है तथा उनकी बड़ी बहन स्मृति सोमावार के नाम से भी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग द्वारा अनुसूचि जनजाति का प्रमाण पत्र जारी किया गया है। जिसमें छत्री जाति का उल्लेख है वहीं पटवारी हल्का नं.1/7 कुमनगांव के पटवारी द्वारा तृप्ती सोमावार के निवास स्थल में पहुंचकर पंचनामा रिपोर्ट तैयार की गई। जांच रिपोर्ट में तृप्ती सोमावार की जाति छत्री लेख किया गया है। वहीं तृप्ती सोमावार द्वारा जिस प्राथमिक विद्यालय पुत्री शाला चांटापारा में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की है। वह स्कूल बंद हो चुका है तथा भवन ध्वस्त हो चुका है। जिसके शिक्षा अभिलेखों के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वहीं दूसरी ओर तृप्टि सोमावार द्वारा माध्यमिक विद्यालय देवकीनंदन नगर निगम कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला बिलासपुर में 17 जुलाई 1980 को कक्षा छटवीं में दाखिला लिया गया है। जिसमें शालेय दाखिला रजिस्टर में जाति के कॉलम में ऊपर एसटी नीचे तेलगू व उसके नीचे चत्री लेख किया गया है।
– छानबीन समिति को किया गया गुमराह
जनजातीय कार्य विभाग सचिव उच्चस्तरीय छानबीन समिति के द्वारा तृप्टि सोमावार के प्रमाण पत्र की जांच की गई तो उसमें उल्लेख किया गया है कि तृप्टि सोमावार पिता नीलकंठ राव सोमावार जिस प्राथमिक विद्यालय चांटापारा में शिक्षा प्राप्त की है। वह स्कूल बंद हो चुका है साथ ही भवन ध्वस्त हो चुका है। जिसके शिक्षा अभिलेखों के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वहीं तृप्ति सोमावार देवकीनंदन नगर निगम कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला, बिलासपुर में कक्षा छटवीं में दाखिला लिया। जिसके शालेय दाखिला रजिस्टर में जाति के कॉलम में उपर एसटी, नीचे तेलगू व उसके नीचे चत्री लेख किया गया। यहां यह बताना आवश्यक होगा कि उक्त दस्तावेजों की जांच करने वाली जांच समिति को गुमराह किया गया। जबकि, तृप्ति सोमावार का शालेय दाखिला में कु. तृप्ति पिता नीलंकठ सोमावार जाति तेलगू शासकीय प्राथमिक शाला गजानंद सारथी, राजेन्द्र नगर, बिलासपुर छ.ग. दर्शाया गया है। वहीं देवकीनंदन नगर निगम कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला, बिलासपुर की कक्षा ग्यारवीं के स्थानांतरण प्रमाण पत्र में जाति तेलगू और मातृभाषा हिन्दी का उल्लेख किया गया है।















