ऐसा बहुत कम होता है कि कार चलाते समय एसी की जरूरत न पड़े। आजकल हर कोई AC चला कर गाड़ी चलाता है। शायद आप भी ऐसा ही करें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एसी के ईंधन की खपत पर क्या असर पड़ता है? एसी चलाकर कार चलाने से माइलेज पर असर पड़ता है, लेकिन कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आप खड़ी गाड़ी में एसी चालू रखेंगे तो कार कितना पेट्रोल खर्च करेगी? ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि एसी का कार की माइलेज पर क्या असर पड़ता है और खड़ी कार में एसी लगाने पर कार कितना पेट्रोल खर्च करेगी। तो आइए जानते हैं…
कार का एसी कैसे काम करता है
कार के एसी की बात करें तो यह इंजन चालू करने पर ही काम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि एसी के कंप्रेसर से जुड़ी बेल्ट इंजन चालू होने पर ही घूमती है। इस प्रक्रिया में इंजन टैंक से ईंधन की खपत करता है। जब इंजन चालू होता है तो कार का एसी सामान्य एसी की तरह काम करता है। एसी की दक्षता बढ़ाने के लिए, कार में विभिन्न मोड्स के साथ रीसर्क्युलेशन बटन है।
कार के माइलेज पर कितना पड़ता है असर
अगर आप एसी चलाकर कार चलाते हैं तो माइलेज 5-6 फीसदी कम हो जाती है। लेकिन कई रिपोर्ट्स में माना जाता है कि चलती कार में एसी ऑन रखने से माइलेज पर कोई असर नहीं पड़ता। अगर हाईवे पर कार चलाई जा रही है और एसी चालू है तो माइलेज पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। लेकिन अगर कार के शीशे खुले हों तो माइलेज कम हो सकता है। वहीं अगर कार को नॉर्मल कंडीशन में चलाया जाए तो एसी के इस्तेमाल से माइलेज 5-7 फीसदी तक कम हो सकती है। लेकिन माइलेज इतना कम नहीं होगा कि आपको एसी बंद रखने की जरूरत पड़े।
खड़ी गाड़ी में एसी चलाने से क्या होगा?
एक रिसर्च के मुताबिक अगर 1000 सीसी की कार में 1 घंटे एसी चलाया जाए तो 0.6 लीटर पेट्रोल की खपत होगी। वहीं अगर कार खड़ी कर दी जाए तो पेट्रोल की खपत दोगुनी हो जाती है। खड़ी कार में एसी चलाने पर 1 घंटे में 1.2 लीटर पेट्रोल जलता है। एक सामान्य हैचबैक कार में पेट्रोल की खपत 1 से 1.2 लीटर तक हो सकती है। खैर, यह कार पर निर्भर करता है कि उसका इंजन कितना फ्यूल एफिशिएंट है। इसके अलावा कार के इंजन की स्थिति, कार की स्थिति, एसी की सेटिंग और बाहरी मौसम भी इस बात पर निर्भर करता है कि एसी चलने पर कितना ईंधन खर्च होगा।