बरेली। सुपर सिटी कॉलोनी में प्लाटों की खरीद-फरोख्त और धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट ने एलायंस बिल्डर के डायरेक्टर और उनके पार्टनर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट ने क्राइम ब्रांच को माफियाओं को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है।
ग्रीन पार्क के पास सुपर सिटी कॉलोनी में 45 प्लाटों का हुआ था फर्जीवाड़ा, शुक्रवार को जारी हुआ वारंट
सुपर सिटी कॉलोनी में 38ए/2003 और 522/2006 दो मानचित्र बरेली विकास प्राधिकरण से स्वीकृत कराए गए थे। इसमें एलायंस बिल्डर और केजी कंस्ट्रक्शन ने मिलकर 45 प्लाटों में धोखाधड़ी की। अभी तक कई मालिकों को प्लाट की रजिस्ट्री नहीं कराई गई। इस मामले में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर कश्मीर सिंह ने कोर्ट से भू माफियाओं के खिलाफ गैर जमानती वारंट के लिए आवेदन किया था।
मामले के मुख्य आरोपी युवराज सिंह के खिलाफ चार्जशीट पहले ही कोर्ट में दाखिल हो चुकी है। क्राइम ब्रांच ने बाद में मॉडल टाउन शहदाना कॉलोनी के रहने वाले डी 160 गैंग लीडर रमनदीप सिंह, अमनदीप सिंह, जनकपुरी कॉलोनी के रहने वाले अरविंदर सिंह, सतवीर सिंह, रेजीडेंसी गार्डन कॉलोनी के रहने वाले हनी भाटिया के खिलाफ गैर जमानती वारंट के लिए कोर्ट में आवेदन किया था। सीजेएम कोर्ट ने मामले में सुनवाई के बाद भू माफियाओं का गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
केजी कंस्ट्रक्शंस के खिलाफ विवेचना जारी, लटकी कार्रवाई की तलवार
एलायंस बिल्डर के साथ पार्टनरशिप में फंसी केजी कंस्ट्रक्शन के खिलाफ विवेचना जारी है। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने कोर्ट में दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं। इसमें इंस्पेक्टर ने कहा कि केजी कंस्ट्रक्शंस के खिलाफ विवेचना की जा रही है। इसमें कुछ अहम साक्ष्य और दस्तावेज की तलाश है। जल्दी ही दस्तावेजों के साथ केजी कंस्ट्रक्शंस के पार्टनर की भूमिका तय की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में केजी कंस्ट्रक्शंस के मालिक और भूमाफिया एलायंस बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री के आदेश पर बारादरी थाने में दर्ज हुई थी एफआइआर, दो बार लग चुकी एफआर
26 मई 2018 को मुख्यमंत्री के आदेश पर सुपर सिटी कॉलोनी में हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट सुभाष झा की ओर से थाना बारादरी में दर्ज कराई गई थी। इस मामले में 109 क्रेता विक्रेताओं की सूची थी। मुकदमे में युवराज सिंह का नाम दर्ज था। बारादरी थाने के विवेचक दरोगा कुलदीप कुमार ने एलायंस के भूमाफिया रमनदीप सिंह, अमनदीप सिंह, अरविंदर सिंह, सतवीर सिंह और हनी भाटिया का नाम बाद में शामिल किया था। इसके बाद विवेचना क्राइम ब्रांच ट्रांसफर हो गई। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने इसमें दो बार फाइनल रिपोर्ट लगा दी। अब मामले में सभी भू माफियाओं के नाम मुकदमे में खोल दिए गए हैं। उनके खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।