गृहमंत्री अमित शाह सुबह 9.35 बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बाबतपुर पहुंच गए। एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित विभिन्न भाजपा नेता भी मौके पर पहुंचे। एयरपोर्ट पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय, मछलीशहर सांसद बीपी सरोज व विद्यासागर राय भी मौजूद रहे। एयरपोर्ट पर अगवानी के बाद हेलीकॉप्टर से सीएम के साथ गृहमंत्री ने बीएचयू के लिए प्रस्थान किया।
बाबतपुर एयरपोर्ट से गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ हेलीकाप्टर से सीधे बीएचयू ग्राउंड पर पहुंचे जहां हेलिपैड पर ही बिगुल बजाकर सलामी दी गई और उनका स्वागत किया गया। इसके बाद हेलीपैड से फ्लीट आयोजन स्थल स्वतंत्रता भवन सभागार की ओर रवाना हो गई जहां पर ‘गुप्तवंशैक वीर’ स्कंदगुप्त विक्रमादित्य पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। वहीं आयोजन स्थल पर गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के पहुंचते ही पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम की शुरुआत में गृहमंत्री को तलवार भेंट की गई तो पूरा सभागार हर-हर महादेव के नारे से गूंजने लगा।
दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय आयोजन के क्रम में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के कुलाधिपति प्रो. कमलेश दत्त् त्रिपाठी ने बीज वक्तव्य दिया। आयोजन के दौरान अलग अलग सत्रों में गुप्तवंशैक वीर के उदय, हूण आक्रमण, तत्कालीन राजनीतिक चुनौतियां, स्कंदगुप्त का पराक्रम, गुप्ताकालीन भारत के वैश्चिक आयाम आदि विषयों पर परिचर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम में विशेषज्ञों की मौजूदगी
कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएचयू के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर, विशिष्ट वक्ता भारत अध्ययन केंद्र के शताब्दी पीठ आचार्य प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी हैं। वहीं कार्यक्र में जापान से प्रो. ओइबा ताकाकी, प्रो. ईयामा मातो, मंगोलिया से डा. उल्जित लुबराजाव, थाइलैंड से डा. नरसिंह चरण पंडा, डा. सोम्बत, श्रीलंका से डा. वादिंगला पन्नलोका, वियतनाम से प्रो. दोथूहा, अमेरिका से डा. सर्वज्ञ के द्विवेदी, नेपाल से डा. काशीनाथ न्यौपने शामिल हैं। वहीं आयोजन में आइसीएसएसआर की ओर से प्रो. दीनबंधु पांडेय, राष्ट्रीय संग्राहालय महानिदेशक प्रो. बुद्ध रश्मि पांडेय, भारतीय इतिहास संकलन योजना के पूर्व अध्यक्ष डा. बाल मुकुंद पांडेय के अलावा अन्य विषय विशेषज्ञ भी आयोजन में शामिल हुए।
स्कंदगुप्त विक्रमादित्य की स्मृतियां जीवंत
बीएचयू स्थित स्वतंत्रता भवन सभागार में आयोजित हो रहे संगोष्ठी का उद्घाटन करने के साथ ही गृहमंत्री अमितशाह बतौर मुख्य वक्ता ‘गुप्तवंशैक-वीर : स्कंदगुप्त विक्रमादित्य का ऐतिहासिक पुन:स्मरण एवं भारत राष्ट्र का राजनीतिक भविष्य’ विषय पर विचार भी व्यक्त करेंगे। बीएचयू में स्कंदगुप्त विक्रमादित्य पर संगोष्ठी का आयोजन भारत अध्ययन केंद्र की ओर से किया गया है। जिसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से नामचीन विद्वान भी पहुंचे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने डाला डेरा
गृहमंत्री अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन से पूर्व बीएचयू के फिर अशांत होने को लेकर खुफिया तंत्र सक्रिय रहा। एक दिन पूर्व बुधवार को गृहमंत्री की फोटोयुक्त बैनर पर कालिख लगाए जाने की सूचना मिलते ही सुरक्षा-खुफिया तंत्र सकते में आ गया। आनन-फानन बीएचयू में केंद्रीय व प्रदेश की खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी पहुंचे। बीएचयू प्रशासन से वार्ता के बाद इसका पता लगाया जा रहा कि जब भी बीएचयू में कोई वीवीआइपी मूवमेंट होने वाला होता है उसी दौरान बवाल क्यों होता है।
बीएचयू में प्रदर्शन के चलते वाराणसी प्रवास के दौरान पीएम मोदी तक को कंटीजेंसी रूट से ले जाया गया था। खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि छात्रों को कोई भड़का रहा है और ऐसे समय ही साजिश रची जाती है जब किसी वीवीआइपी का आगमन होता है।गृहमंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए बीएचयू में आयोजन स्थल से लेकर लंका चौराहे तक चप्पे-चप्पे पर जवान की नजर है। सुरक्षा- व्यवस्था के लिए दो आइपीएस, 10 अपर पुलिस अधीक्षक, 16 क्षेत्राधिकारी, आठ थानाध्यक्ष, क्राइम ब्रांच के अलावा पीएसी और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान बीएचयू में तैनात किए गए हैं।










