दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और सशक्तिकरण के लाख दावे किए जाते हो लेकिन पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिलता। तमाम महिला चुनाव जीतकर भी अधिकारों को जानती नहीं है। इसका ताजा उदाहण न्यूरिया नगर पंचायत बनी हुई है। चेयरमैन रेहाना बेगम है और शौहर जुल्फिकार उर्फ गुड्डू केके महिला आरक्षित सीट पर कब्जा करके बैठे है। न्यूरिया के मतदाताओं ने बसपा नेता जुल्फिकार गुड्डू केके की शरीके हयात रेहाना बेगम के सर पर जीत का सेहरा तो बांध दिया। मगर शपथ ग्रहण के बाद बेगम की कुर्सी पर मियां नजर आते हैं। रेहाना बेगम चेयरमैन पद की शपथ ग्रहण करने के बाद गायब सी है। महिला सीट पर कब्जा उनके शौहर जुल्फिकार गुड्डू का है। चेयरमैन की कुर्सी पर न सिर्फ विराजमान रहते है।
चेयरमैन की कुर्सी और दोस्तों के गले में हाथ डाल कर ठिठोली करते नजर आते हैं चेयरमैन पति
इतना ही नहीं उनके यार दोस्त भी हुड़दंग करने के लिए मौजूद रहते है। चेयरमैन की कुर्सी पर जुल्फिकार गुड्डू और उनके दोनों दोस्तों का एक मात्र कब्जा है। इसके मामला सोशल मीडिया तक पहुंच गया और महिला सीट पर पुरूष चेयरमैन के फोटो वायरल हुआ तो जगहसाई होने लगी। चेयरमैन की कुर्सी गरिमा पर सवाल खड़े हो गए। इसके साथ ही वित्तीय मामलों में भी फर्जीबाड़े की आशांका जताई गई। नगर पंचायत कार्यालय अब मनोरंजन का अड्डा बन चुका है। आम आदमी से कोई सरोकार नहीं है। नगर पंचायत के लोगों की समस्याएं हंसी ठिटोली में उड़ रही है। किसी की कोई सुनने वाला नहीं है।
चेयरमैन और उनके साथी नगर पंचायत कार्यालय पर कब्जा जमा कर ठिठोली में मशगूल रहते हैं। उनका जन समस्याओं से कोई मतलब नहीं है। महिला चेयरमैन होने के बाद भी नगर पंचायत में महिलाओं की सुनने वाला कोई नहीं। चेयरमैन पति को अपने दोस्त, यारों से फुर्सत नहीं। चेयरमैन साहिबा चुनाव जीतकर घर में गृहस्ती संभालने लगी और उनके पति देव जुल्फिकार गुड्डू चेयरमैन बनकर बैठे है। चेयरमैन पति के चेयरमैन की कुर्सी पर बैठने के फोटो वायरल होने के बाद डीएम को भी अवगत कराया गया है।
सभासद बने चेयरमैन पति ले रहे कर्मचारियों की बैठक
नगर पंचायत में उल्टी गंगा बह निकली है, सभासद बने चेयरमैन पति अनैतिक तरीके से कर्मचारियों की बैठक लेते है और वित्तीय मामलों में भी पूरा हस्तक्षेप कर रहे है। नगर पंचायत में चल रही लीला को देखने वाला कोई अधिकारी नहीं है। जुल्फिकार गुड्डू ने नगर पंचायत सफाई कर्मचारियों की बैठक ली और कर्मचारियों को हड़काया भी। इस दौरान चेयरमैन साहिबा नदारद रहीं। अधिकतर नगर पालिका और पंचायतों में महिला चेयरमैन होने पर उनकी मौजूदगी में उनके पति बैठक लेते हैं। लेकिन चेयरमैन साहिबा का पता नहीं है और उनके शौहर ही बिग बॉस बने बैठे हैं। यह पूरी तरह से नियम विरुद्ध है। ऐसे में महिला आरक्षण और चेयरमैन होने का मजाक बना दिया है।
बयान- हरिपाल सिंह गंगवार, अधिशासी अधिकारी
जुल्फिकार अहमद उर्फ गुड्डू केके सभासद है और वह अलग कुर्सी पर बैठते हैं। लेकिन बैठक लेने की बात गलत है।