सीतापुर : कागजों पर संचालित हो रही हैं गौशालाएं

सीतापुर। मिश्रित ने जहां प्रदेश सरकार गोवंश और उनके लिए स्थापित की गई गौशालाओं को लेकर काफी संवेदनशील है वहीं ग्राम पंचायत स्तर तक पर अस्थाई रूप से बनी कथित गौशालाएं कागजों पर ही संचालित हो रही हैं। इस सम्पूर्ण तहसील क्षेत्र की तो बात ही दूर यहां नगर क्षेत्र में ही सड़कों और गली कूचों में घूमने वाले आवारा गौवशों और मरकहे साड़ो का कोई पुरूषाहाल नजर नहीं आ रहा है। प्रशासन की तो बात ही दूर कथित गौसेवक भी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं जबकि तहसील परिसर से लेकर मुख्यालय के सामने ही दर्जनों गोवंश सड़क पर एकत्र होकर यातायात को बुरी तरह प्रभावित करते हुए मार्ग दुर्घटनाओं में बढ़ोत्तरी का प्रमुख कारण बन रहे हैं।

तहसील परिसर से लेकर सरकारी दफ्तरों तक आवारा घूम रहे गौवंश बने चिंता का विषय

जब तहसील मुख्यालय पर यह आलम है तो यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा घूमने वाले गोवंशों ने किसानों और ग्रामीणों के सामने उनकी फसल सुरक्षा आदि को लेकर क्या स्थिति उत्पन्न कर दी होगी सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। नगर में संचालित शारदा सेवा संस्थान के अध्यक्ष पीएन शुक्ला जो भाजपा के कट्टर समर्थक भी हैं।

जिला प्रशासन से विभिन्न ग्राम पंचायतों में संचालित कागजी गौशालाओं की जांच कराकर दोषी ग्राम प्रधानों और पंचायत सचिवों के विरुद्ध कड़ी दंडात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग करते हुए मार्गों पर आवारा घूमने वाले और किसानों की फसलों को चट करने वाले आवारा गोवंशों को शीघ्र गौशालाओं में समाहित कराए जाने की मांग की है। जिससे मार्गों पर निकलने वाले आम वाहन चालको नागरिकों एवं ग्रामीणों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में किसानों की समस्या का समाधान हो सके।

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