लखीमपुर खीरी । बिजुआ क्षेत्र में शारदा नदी ने ऐसा तांडव मचाया कि ब्लाक बिजुआ कोरियाना गांव में बना मां शारदा का मंदिर सहित पूरा गांव ही शारदा नदी में विलीन होने की कगार पर आ गया है। यहां के लोग सड़क पर आ गए। प्रशासन ने पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर बसाने के निर्देश तो दिये मगर सरकारी मरहम ग्रामीणों के घाव नहीं भर पा रहा है। आंखों में बेबसी के आंसू लिए पीड़ित अपना आशियाना छोड़ सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। शुक्रवार को शारदा नदी में कई घर शारदा में समा गए। बाकी बचे घर भी शारदा की विकराल लहरों में समा जाने की उम्मीद है।
कटान की जद में है कई गांव
ब्लॉक बिजुआ क्षेत्र का गांव कोरियाना शारदा तटबंध के पास बसा था। यहां के लोगों की कमाई का जरिया मात्र खेती-किसानी था। गोला तहसील क्षेत्र के गांव कोरियाना में शारदा के कटान ने ऐसा कहर ढाया कि पूरा गांव ही समाप्त हो रहा है। इस साल सैकड़ों बीघा कृषि भूमि नदी में समा चुकी है। गांव से पलायन कर चुके लोगो में हाहाकार मचा है। शारदा नदी से कुछ दूरी पर कोरियाना गांव बसा था। गांव मे अमन चैन था और लोग भी खुशहाल थे। बारिश के दौरान सबसे पहले कोरियाना गांव की कृषि भूमि को शारदा नदी निगल गई। इसके बाद नदी की लहरों ने गांव मे कहर मचाना शुरू किया। जिसने धीरे-धीरे पूरे गांव को अपनी लहरों के चपेट में ले लिया। गांव में अब मात्र कुछ घर ही शेष बचे हैं वह भी कटने के बिल्कुल करीब हैं।
कोरियाना गांव में शारदा नदी में कट रहा मकान
ब्लॉक क्षेत्र के नया पुरवा, चक पुरवा, हजूर पुरवा, रूरा सुल्तानपुर, बेलहा सिकिटिहा, शाहपुर ढकिया आदि गांव शारदा की चपेट में हैं। यदि शारदा का जल स्तर कम ना हुआ तो शीघ्र ही इन गांवों में भी शारदा कहर बरपाएगी। शुक्रवार को मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष गुप्ता, गोला एसडीएम प्रभाकर मिश्रा तहसीलदार विनोद गुप्ता आदि ने मौका मुआयना कर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर रहने के दिशा निर्देश दिए। वही किसानों ने अपनी फसल व जमीन के मुआवजे की बात भी अधिकारियों से कहीं।
लखीमपुर शारदा में विलीन हो रहा कोरियाना गांव
लखीमपुर खीरी । बिजुआ क्षेत्र में शारदा नदी ने ऐसा तांडव मचाया कि ब्लाक बिजुआ कोरियाना गांव में बना मां शारदा का मंदिर सहित पूरा गांव ही शारदा नदी में विलीन होने की कगार पर आ गया है। यहां के लोग सड़क पर आ गए। प्रशासन ने पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर बसाने के निर्देश तो दिये मगर सरकारी मरहम ग्रामीणों के घाव नहीं भर पा रहा है। आंखों में बेबसी के आंसू लिए पीड़ित अपना आशियाना छोड़ सड़कों पर रहने को मजबूर हैं। शुक्रवार को शारदा नदी में कई घर शारदा में समा गए। बाकी बचे घर भी शारदा की विकराल लहरों में समा जाने की उम्मीद है।
कटान की जद में है कई गांव
ब्लॉक बिजुआ क्षेत्र का गांव कोरियाना शारदा तटबंध के पास बसा था। यहां के लोगों की कमाई का जरिया मात्र खेती-किसानी था। गोला तहसील क्षेत्र के गांव कोरियाना में शारदा के कटान ने ऐसा कहर ढाया कि पूरा गांव ही समाप्त हो रहा है। इस साल सैकड़ों बीघा कृषि भूमि नदी में समा चुकी है। गांव से पलायन कर चुके लोगो में हाहाकार मचा है। शारदा नदी से कुछ दूरी पर कोरियाना गांव बसा था। गांव मे अमन चैन था और लोग भी खुशहाल थे। बारिश के दौरान सबसे पहले कोरियाना गांव की कृषि भूमि को शारदा नदी निगल गई। इसके बाद नदी की लहरों ने गांव मे कहर मचाना शुरू किया। जिसने धीरे-धीरे पूरे गांव को अपनी लहरों के चपेट में ले लिया। गांव में अब मात्र कुछ घर ही शेष बचे हैं वह भी कटने के बिल्कुल करीब हैं।
कोरियाना गांव में शारदा नदी में कट रहा मकान
ब्लॉक क्षेत्र के नया पुरवा, चक पुरवा, हजूर पुरवा, रूरा सुल्तानपुर, बेलहा सिकिटिहा, शाहपुर ढकिया आदि गांव शारदा की चपेट में हैं। यदि शारदा का जल स्तर कम ना हुआ तो शीघ्र ही इन गांवों में भी शारदा कहर बरपाएगी। शुक्रवार को मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष गुप्ता, गोला एसडीएम प्रभाकर मिश्रा तहसीलदार विनोद गुप्ता आदि ने मौका मुआयना कर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर रहने के दिशा निर्देश दिए। वही किसानों ने अपनी फसल व जमीन के मुआवजे की बात भी अधिकारियों से कहीं।