कानपुर : मां की डांट पर मासूम ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

कानपुर। नर्वल के रायपुर में मजदूर के दस साल के बेटे ने स्कूल ड्रेस की टाई को शौचालय के दरवाजे में फंसाकर फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार दोपहर बाद स्कूल से जब वो घर वापस लौटा था तो मां ने साइकिल चलाने से मना किया था। जिद करने पर मां ने मासूम को डांट दिया था। इसी बीच मां बड़े बेटे व बेटी के साथ खेत चली गई। देर शाम जब वो खेत से घर वापस लौटी तो शौचालय के दरवाजे पर बेटे का शव देख चीख उठी। थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस मनोज रावत ने फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल की जांच की।

नर्वल रायपुर निवासी सुशील कुमार मजदूर हैं। गुरुवार सुबह सुशील मजदूरी करने बाहर चले गए थे। दोनों बेटे हिमांशु, विवेक व बेटी अंशिता स्कूल पढ़ने चले गए थे। दोपहर बाद तीनों भाई-बहन स्कूल से घर लौट आए थे। इसी बीच दस वर्षीय विवेक साइकिल चलाने की जिद करने लगा। जिस पर मां संगीता ने विवेक को डांट दिया।

शाम को संगीता बड़े बेटे हिमांशु व बेटी के साथ खेत में धान की रोपाई करने चली गई। इसी बीच घर पर अकेले मौजूद विवेक ने स्कूल ड्रेस की टाई से शौचालय के दरवाजे पर फंदा बनाकर लटक गया और जान दे दी। देर शाम जब मां व बच्चे घर पहुंचे तब घटना की जानकारी हुई। विवेक के इस कदम से हर कोई हतप्रभ था। विवेक नर्वल स्थित एसडी मेमोरियल इण्टर कालेज में कक्षा चार का छात्र था।

पिता सुशील ने बताया कि एक साल पहले भी किसी बात पर उसको डांट दिया था तो उसने शर्ट से फांसी लगाने का प्रयास किया था। उसके बाद उसको बहुत समझाया था कि ऐसा करना गंदी बात होती है। लेकिन आखिरकार उसने अपनी जान दे ही दी। पिता ने घटना का कारण बड़े भाई से झगड़ा होना बताया। नर्वल थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस मनोज रावत ने बताया कि स्वजन ने पूछताछ में बताया कि मां ने साइकिल चलाने को लेकर विवेक को डांट दिया था। उसी से नाराज होकर उसने आत्महत्या कर ली।

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