फतेहपुर : तालाबी नम्बर की जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा, FIR दर्ज

दैनिक भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । जनपद की सरकारी जमीनों में अवैध कब्जे के मामलों में जिलाधिकारी की निगाह टेढ़ी हुई है दैनिक भास्कर में खबर “हेर फेर कर तालाबी नम्बर में चढ़वाया नाम” प्रकाशित होने के बाद जिलाधिकारी श्रुति ने एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी को टीम गठित कर जांच के लिए निर्देशित किया था। जिस पर एसडीएम सदर ने नायब तहसीलदार रजनीश श्रीवास्तव की अध्यक्षता मे टीम गठित की थी। राजस्व टीम ने गाजीपुर स्थित तालाब की गाटा संख्या 2777 में जांच की, जहां दर्जनों प्लाट भूमाफियाओं ने बिक्री कर दिए थे। टीम ने मौके पर प्लाटों की बाउंड्री को गुरुवार को ही ध्वस्त कराकर रकबे को खाली करा लिया था। जिसके बाद प्लाटिंग करने वाले मोनू सिंह ने लेखपाल के साथ अभद्रता की, जान से मारने की धमकी दी। मामले में लेखपाल की तहरीर पर गाजीपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

तालाबी नम्बर खाली करवाने पर लेखपाल को धमकाया

लेखपाल धर्मवीर सिंह ने बताया कि वह गाजीपुर में चौपाल से संबंधित वार्ता कर रहा था तभी गांव का ही दबंग व्यक्ति मोनू सिंह मौके पर आया और तालाब की जमीन खाली करवाने के मामले को लेकर धमकी देने लगा जिसने लेेेखपाल के साथ गाली गलौज व मारपीट की। लेखपाल का आरोप है कि उसने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई गांव के कुछ लोगों को बुलाकर पहचान कराई, कि इसको देख लेना है। मामले में लेखपाल धर्मवीर की तहरीर पर गाजीपुर पुलिस ने धारा 353 504 506 के तहत एफआईआर पंजीकृत कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।

हालांकि अभी मामले में एक बड़ी कार्यवाही होना और भी बाकी है जिसकी जांच अभी तक राजस्व प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। जिस तालाबी नंबर को राजस्व टीम ने खाली कराया है उस नंबर को हेरफेर कर कागजों में भूमिधरी बनाया गया है जबकि तालाबी नंबर का न ही पट्टा हो सकता है और ना ही किसी भी सूरत में उसका बैनामा हो सकता है। ऐसे में तालाबी नंबर की जमीन भूमिधरी कैसे बन गई यह जांच का विषय है।