लखीमपुर : खनन माफियाओं के आगे नतमस्तक हुए शासन प्रशासन

लखीमपुर खीरी। पसग क्षेत्र में मिट्टी खनन का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला पसग क्षेत्र के अंतर्गत गांव रामपुर रामदास का है जहां ग्रामीण बताते हैं कि बीती रात जेसीबी द्वारा अवैध रूप से मिट्टी का खनन किया गया। खनन माफिया धरती का सीना छलनी कर अवैध रूप से मिट्टी की बिक्री कर रहे हैं । यह सब राजनीतिक और कुछ लोगों की मिलीभगत से चल रहा है।क्षेत्र में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, क्योंकि उन्हें खाकी वर्दी का बिलकुल भी खौफ नहीं है। इसी का नतीजा है कि वे धड़ल्ले से अपना कारोबार कर रहे हैं। मिट्टी खनन में लगी ट्रॉलियां बिना नंबर प्लेट और डंपर प्रयोग में लाये जा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन खनन माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

प्रशासन के लाख दावों के बाद भी क्षेत्र मे खेतों से अवैध मिट्टी खनन जारी है। जेसीबी व मशीने लगाकर खेतों से धड़ल्ले से मिट्टी खनन किया जा रहा है। खनन के बाद ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर मुख्य मार्गों से मिट्टी गंतव्य तक पहुंचाई जा रही है और जिम्मेदार तमाशबीन बने रहते हैं। प्रशासन भले ही अवैध खनन पर रोक लगाने का दावा करे। लेकिन खनन माफियाओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। खनन रोकना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। खनन माफिया के वाहन खेतों से मिट्टी का खनन कर पूरे दिन सड़कों फर्राटा भरते देखे जा रहे हैं।

तहसील क्षेत्र में इन दिनों धड़ल्ले से मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है। आए दिन जेसीबी से खेतों से मिट्टी खनन होता देखा जा रहा है। माफिया पहले खेतों से मिट्टी खनन करते है फिर उसे ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर मुख्य मार्गों से गंतव्य तक पहुंचाने में जुटे रहते हैं। इसी तरह इस क्षेत्र में प्रतिदिन किसी न किसी गांव के पास मिट्टा का अवैध खनन होता देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में मिट्टी खनन माफियाओं का जाल सा फैला हुआ है। जिन्हें न तो प्रशासन का डर है और न ही पुलिस का। खेतों से खनन कर मुख्य मार्गों से होकर मिट्टी की ट्रैक्टर ट्रालियों से दिन में खुलेआम हो रही ढुलाई से कहीं न कहीं जिम्मेदारों की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है।

वर्जन

इस संबंध में उप जिलाधिकारी मोहम्मदी अवनीश कुमार से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया है कि मैं अभी जिले पर मीटिंग में हूं थोड़ी देर बाद आपसे बात करूंगा। वही इस संबंध में पसग कोतवाली प्रभारी इंद्रजीत सिंह से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है आप एसडीएम साहब से या खनन अधिकारी से पता कर ले।

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